स्थानांतरण के बावजूद भी स्वास्थ्य कर्मी ने सीएचसी के आवासीय भवन में कर रखा था अवैध कब्जा
1 min readचर्चित स्वास्थ्य कर्मी के बंद कमरे का प्रशासन ने तुड़वाया ताला
स्थानांतरण के बावजूद भी स्वास्थ्य कर्मी ने सीएचसी के आवासीय भवन में कर रखा था अवैध कब्जा
अयोध्या
मिल्कीपुर सीएचसी पर बिगत तीन दशकों से राज कर रहे चर्चित स्वास्थ्य पर्यवेक्षक डीपी यादव का तिलिस्म आखिरकार प्रशासन की त्यौरी चढ़ते ही टूट ही गया है। नायब तहसीलदार मिल्कीपुर के नेतृत्व में सीएचसी अधीक्षक मिल्कीपुर ने आवासीय भवन में किए गए अवैध कब्जे को खाली कराया। तीन दशकों से मिल्कीपुर सीएचसी पर एक छत्र राज करने वाले डीपी यादव ने जबरन आवास पर कब्ज़ा कर रखा था। बीते जनवरी माह में सीएमओ डॉ संजय जैन ने इस स्वास्थ्य पर्यवेक्षक का स्थानान्तरण सीएचसी सोहावल में कर दिया था। लेकिन डीपी यादव अब भी जबरन तरीके से इस आवास में रह रहा था। उसका आवास तो खाली कराया जा चुका है। लेकिन सबसे बड़ी सिर दर्दी अभी एनएचएम दस्तावेज को लेकर है। जो इस स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के द्वारा अब तक सीएचसी अधीक्षक को उपलब्ध नही कराए गए हैं। अभी कुछ दिन पहले ही सीएमओ के द्वारा जिले के एक लिपिक पर मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया है। लेकिन इस स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पर आलाकमान अभी भी मेहरबान हैं। यह वही स्वास्थ्य पर्यवेक्षक है। जिसके खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी हासिल करने का मुकदमा उच्च न्यायालय लखनऊ खंड पीठ में विचाराधीन है। इसी स्वास्थ्य कर्मी ने बर्ष 2006 में फैजाबाद के जिलाधिकारी रहे आमोद कुमार को जान माल की धमकी दी थी। जिस मामले में यह स्वास्थ्य पर्यवेक्षक जमानत पर बाहर है। इस तरह के कई धोखाधड़ी के मुकदमे इस स्वास्थ्य पर्यवेक्षक डीपी यादव पर हैं। बहरहाल आज के इस कार्य से सीएचसी के कर्मचारियों ने कुछ राहत की सांस ली है।