प्रयागराज महाकुंभ पहले से ज्यादा होगा दिव्य और भव्य,तैयारियों को लेकर सीएम योगी के सख्त निर्देश
1 min readप्रयागराज।
संगम नगरी में गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी के संगम तट पर 13 जनवरी 2025 में विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक मेले का आयोजन हो जा रहा है।संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए लाखों की संख्या में साधु-संत और आमजन पहुंचेंगे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये पहले ही बता दिया है कि इस बार का महाकुंभ पहले से ज़्यादा शानदार होने वाला है।इस बार संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए 40 करोड़ से ज़्यादा लोगों का जमावड़ा होगा।इस बार महाकुंभ साल 2019 के कुंभ से ज़्यादा बड़ा,ज़्यादा दिव्य और ज़्यादा भव्य होने जा रहा है।इस दौरान कोई अव्यवस्था न हो और किसी को भी कोई परेशानी न हो इसे लेकर अधिकारियों को पहले ही सख्त निर्देश दिए गए हैं।
महाकुंभ होगा कितना भव्य,समझिए
कुंभ मेला क्षेत्र 4000 हेक्टेयर में फैला होगा
मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा जाएगा
संगम तट से 12 किलोमीटर की लंबाई के घाट होंगे
1850 हेक्टेयर में पार्किंग सुविधा होगी
450 किमी चकर्ड प्लेट लगाएं जायेंगे
नदी के पार जाने आने के लिए 30 पांटून पुल बन रहे हैं
67 हजार स्ट्रीट लाइट
मेला क्षेत्र में 1,50,000 शौचालय बन रहे हैं
श्रद्धालुओं के रहने के लिए 1,50,000 टेंट लगाये जायेंगे
महाकुंभ में आने वाले 13 अखाड़ों ने भी आगमन शुरू कर दिया है।जूना अखाड़े का संगम नगरी में प्रवेश हो चुका है। साधु संतों को भी इस बार के महाकुंभ से बड़ी उम्मीदें हैं।महाकुंभ में विकास सिर्फ़ संगम तट के किनारे ही नहीं बल्कि पूरे संगम नगरी में दिखाई दे रहा है।रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सड़कें, चौराहे, बिजली के खंभे, होटल से लेकर हर उस चीज़ को दुरुस्त किया जा रहा है, जिससे महकुम्भ में आने वालों को असुविधा न हो। 2019 में अर्ध कुंभ का आयोजन हुआ था, जिसका नाम सरकार ने कुंभ कर दिया था।इस बार 12 साल में लगने वाला महाकुंभ आयोजित होगा।
महाकुंभ में कब कौन सा स्नान
13 जनवरी को पौष पूर्णिमा
14 जनवरी को मकर संक्रांति का शाही स्नान
29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर शाही स्नान होगा
3 फरवरी को बसंत पंचमी के मौक़े पर शाही स्नान होगा
12 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर स्नान होगा
26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर शाही स्नान होगा
सितंबर महीने के आख़िर तक बारिश की से इस बार काम शुरू करने में थोड़ा समय लगा है,लेकिन सीएम योगी ने ये साफ़ कर दिया है कि महाकुंभ के काम को प्राथमिकता पर समय से पहले पूरा करना होगा।सीएम के पहले कार्यकाल में 2019 में कुंभ का आयोजन हुआ था, जो काफी भव्य रहा था। अपने दूसरे कार्यकाल में होने वाले महाकुंभ को लेकर सीएम कोई कमी नहीं रहने देना चाहते हैं।