सहायक अध्यापिका की दबंगई आई सामने बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा की गई कार्रवाई,
1 min readसहायक अध्यापिका की दबंगई आई सामने बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा की गई कार्रवाई,
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बच्चों के भविष्य सवारने हेतु कड़े कदम उठाए जा रहे हैं ।
वही शिक्षकों के द्वारा मनमानी रवैये से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
सुल्तानपुर
जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालय बालमपुर का मामला जो कि, प्रधानाध्यापक के द्वारा लगातार की गई शिकायतों पर गंभीरता से ना लेकर बच्चों के भविष्य के साथ कर रहे खिलवाड़। जोकि दो माह के ऊपर हो जाने के बाद भी जांच लंबित है
वही पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने बालमपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक आर के तिवारी द्वारा सहायक अध्यापिका संगीता सरोज पर लगाए गए आरोप का प्रथम दृष्टिया सही मानते हुए वेतन अवरुद्ध किए जाने के आदेश दिए थे जिनमें आरोपी महिला अध्यापिका संगीता सरोज विद्यालय में रोज देर से आती रही हैं और कुर्सी पर पैर रखकर बैठती हैं और समय से आने की नसीहत देने पर विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक से ही हाथापाही करने पर उतर आती है उन्हें आरोपित करके निलंबित करा देती हैं और खुद उसी स्कूल में बनी रहती हैं उसके उपरांत आज 2 महीने के ऊपर हो जाने के बाद भी संबंधित प्रकरण की जांच लंबित है विभागीय सूत्रों के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी लंभुआ के स्तर से चल रही जांच को संबंधित अध्यापिका संगीता सरोज और दो अन्य शिक्षक गणेश और अजय विक्रम सिंह के द्वारा सहयोग नहीं मिल रहा है इसलिए संदर्भित जांच लंबित है बालमपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ रहे सैकड़ो बच्चों की पढ़ाई लिखाई और विद्यालय के अनुशासन इस प्रकरण के सामने आने के बाद से प्रभावित हो रहा है। जोक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा संबंधित मामले को गंभीरता से लेकर बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ पर जांच कर उचित कार्यवाही की जानी चाहिए।।