September 16, 2024

दबंग सहायक अध्यापिका संगीता सरोज की शिकायत अधिकारियों से करना प्रधानाध्यापक को पड़ा भारी, आरोप सिद्ध होने पर आरोपी शिक्षिका को बचाने में जुटे अधिकारी

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सहायक अध्यापिका संगीता सरोज की मनमानी,इंचार्ज पर भारी सहायक

अध्यापिका संगीता सरोज के वेतन पर लगी रोक लगी, प्रथम दृष्टया आरोप सिद्ध पाए जाने पर
बीएसए सुल्तानपुर दीपिका चतुर्वेदी ने किया आदेश, संगीता सरोज पर स्कूल देर से आने,कक्षा में बच्चों के बीच कुर्सी पर दोनों पैर रखकर आराम फरमाने,
पढ़ाने के बजाय कक्षा में मोबाइल पर वीडियो देखने और सोने के आरोपों की होगी जांच, अनुशासनात्मक कार्यवाही संस्थित कर जांच अधिकारी से 15 दिन में विस्तृत आरोपपत्र निर्गत करके मांगा जांच आख्या,जांच आख्या मिलने पर होगी अग्रिम कार्यवाही,जांच में सहयोग नहीं कर रही महिला अध्यापिका संगीता सरोज,जांच के दिन संगीता सरोज सहित तीनों अध्यापकों ने स्कूल आने में बताया असमर्थता,संगीता ने मांगा 25 जून के बाद की अगली जांच तिथि, संगीता ने विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक से लड़कर आरोप लगाकर कराया है निलंबित, संगीता सरोज पर गंभीर आरोप प्रथम दृष्टया पुष्टि पाए गए हैं। लेकिन सूत्र की मानें तो अधिकारीयों के द्वारा आरोप शिक्षिका को बचाने में जुटी है शिक्षा विभाग के अधिकारी जोकि

आरोप सिद्ध होने पर भी निलंबन न करके संगीता सरोज को बचाने का बीएसए सुलतानपुर पर लग रहा है आरोप

सुलतानपुर।

भदैया ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बालमपुर के इंचार्ज प्रधानाध्यापक राज कुमार तिवारी ने विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका संगीता सरोज के अमर्यादित आचरण की शिकायत
खंड शिक्षा अधिकारी भदैया और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुलतानपुर को मेल भेज कर किया था। उनकी शिकायत की जांच करने खंड शिक्षा अधिकारी भदैया उदयराज मौर्य 15 अप्रैल को विद्यालय गए थे ।जांच के बाद उनकी आख्या पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक राज कुमार तिवारी को ही आरोपित करके 22 अप्रैल को निलंबित कर दिया।
बाद में 24 अप्रैल को आरोपी अध्यापिका संगीता सरोज को उन पर लगे आरोपों के लिए प्रथम दृश्ट्टया दोषी पाए जाने पर कार्यवाही करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुलतानपुर दीपिका चतुर्वेदी द्वारा अग्रिम आदेशों तक संगीता सरोज का वेतन अवरुद्ध करते हुए जांच का आदेश किया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी लंभुआ को प्रकरण में जांच अधिकारी नामित करते हुए निर्देशित किया गया है कि संबंधित अध्यापिका को विस्तृत आरोप पत्र निर्गत करते हुए सुष्पष्ट विस्तृत जांच आख्या 15 दिवस के अंदर बीएसए सुल्तानपुर के समक्ष प्रस्तुत करें जिससे प्रकरण में नियमानुसार अग्रेतर कार्यवाही की जा सके।
जांच अधिकारी द्वारा जब 18 जून को प्रकरण के जांच हेतु बच्चों का बयान लेने के लिए सभी अध्यापकों ,
बच्चों और रसोइयों को विद्यालय में उपस्थित रहने का लिखित आदेश किया गया तो संगीता सरोज सहित तीनों अध्यापकों ने विद्यालय उपस्थित होने में असमर्थता का प्रार्थनापत्र खंड शिक्षा अधिकारी भदैया के माध्यम से जांच अधिकारी को भेज दिया जिससे प्रकरण की जांच अब तक नहीं की जा सकी न ही आख्या बीएसए सुल्तानपुर को भेजी गई।
जांच अधिकारी को संगीता सरोज और विद्यालय के अन्य दो शिक्षक गनेश और अजय विक्रम सिंह द्वारा जांच में सहयोग न करके 25 जून के बाद बच्चों की उपलब्धता के अनुसार जांच तिथि पुनः निर्धारित करने की मांग के कारण जांच में विलंब हो रहा है और लगभग दो माह होने को हैं परंतु न तो स्कूल की जांच की जा सकी और न जांच आख्या प्रेषित की जा सकी।
विद्यालय के निलंबित इंचार्ज प्रधानाध्यापक राज कुमार तिवारी ने सचिव बेसिक शिक्षा प्रयागराज,महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश लखनऊ,
सहायक शिक्षा निदेशक अयोध्या, डीएम सुल्तानपुर,
सीडीओ सुल्तानपुर ,
बीएसए सुल्तानपुर ,और जांच अधिकारी खंड शिक्षा अधिकारी लंभुआ से सहायक अध्यापक अजय विक्रम सिंह और संगीता सरोज के विरुद्ध आरोप लगाकर अविलंब निष्पक्ष जांच कर उन्हें दोष मुक्त करके बहाल करने और दोषी लोगों के विरुद्ध शीघ्र कार्यवाही करने की मांग किया है।
प्रकरण में दोहरी कार्यवाही को लेकर अध्यापकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

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