वन विभाग के पिंजरे में कैद हुई मादा तेंदुआ:मां की ममता पिंजरे तक ले गई, मां और बच्चे दोनों स्वस्थ्य
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बिजनौर
के चांदपुर में मां की ममता से भरी एक मादा तेंदुआ वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गई। एक दिन पहले शिकार के लिए निकली मादा तेंदुआ अपने पीछे दो शावक छोड़ गई थी। जो वापसी पर उसे ठिकाने पर नहीं मिले। रात भर मादा तेंदुआ बच्चों की तलाश में इधर-उधर भटकते हुए वन विभाग के लगाए गए पिंजरे में फंस गई। वन विभाग मादा तेंदुआ को भी रेंज कार्यालय ले गए।
बिजनौर जिले की रेंज चांदपुर के गांव जोगी ओंधा के जंगल का है। जहां एक मादा तेंदुआ वन विभाग के पिंजरे में फंस गई। मादा तेंदुआ की उम्र 4 से 5 साल बताई जा रही है। मादा तेंदुआ पिंजरे में फंसने के बाद पिंजरे में ही गुर्राती दिखाई दी। मानों अपने शावकों के लिए तड़प रही हो।
मां की ममता के चलते मादा तेंदुआ के पिंजरे तक पहुंचने का अंदाजा लगाया जा रहा है। मादा तेंदुआ जहां पिंजरे में फंसी वहां से करीब 100 मीटर दूर एक दिन पहले शिकार पर जाते समय अपने दो शावक छोड़ गई थी। मादा तेंदुआ के शावक किसानों को दिखाई दे गए थे। जिसके बाद सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम उन्हें अपने साथ ले गई थी। वन विभाग ने शावकों को चांदपुर रेंज कार्यालय में रखा है। मादा तेंदुआ को भी रेंज कार्यालय ले गए हैं। ग्रामीणों में चर्चा है कि रात में मादा तेंदुआ शावकों की तलाश में इधर-उधर भटकते देखी गई है।