नील ठाकुर पर हमले के आरोपी प्रमुख के बेटे को गिरफ्तार करने से डर रही पुलिस
1 min readसत्ता की हनक,योगीराज में प्रमुख के बेटे की गुंडई और पुलिस की ‘चुप्पी’
गोण्डा जिले में भाजपा नेताओं पर अपराध की जीरो टॉलरेंस की नीति फेल।
गोण्डा।
जीरो टॉलरेंस की नीति पर बात करने वाली योगी सरकार में उनके नेताओं के परिजनों की खुलकर गुंडई देखने को मिल रही है। हैरत की बात है कि पार्टी के नेता अपने पद और नाम का दुरुपयोग कर खुलेआम अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से नहीं चूक रहे,बल्कि पुलिस अफसरों पर भी भारी पड़ रहे हैं।पुलिस भी सत्ता के दबाव में इन पर कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं इन अपराधिक नेताओं पर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति कोई मायने नहीं रखती। गोण्डा पुलिस इन नेताओं पर दंडात्मक कार्रवाई के बजाय इनके आगे नतमस्तक होने पर मजबूर है। भाजपा सरपस्ती में हाल ही में नगर कोतवाली क्षेत्र में एक घटना घटी है। जिनमें पार्टी पर कई सवालिया निशान लग गये। गोंडा जिले के सदर तहसील क्षेत्र विकास खण्ड झंझरी के ब्लॉक प्रमुख के बेटे व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि के भाई प्रवीण मिश्रा ने हिस्ट्रीशीटर बिक्कू सिंह व उसके साथियों के मिलकर अवध केसरी सेवा के प्रदेश अध्यक्ष अमर पाल सिंह उर्फ़ नील ठाकुर को लाठी डंडों से पीट कर अधमरा कर दिया और फिर गोली मार दी गोली मार दी और उसे मरा हुआ समझकर छोड़कर भाग गए जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां पर ठाकुर नील सिंह की हालत नाजुक होने पर डॉक्टर ने उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया था। वहीं ठाकुर नील सिंह के भतीजे की शिकायत पर नगर कोतवाली की पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। नगर कोतवाली पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हिस्ट्रीशीटर सहित चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था,लेकिन वही लोगों के बीच में यह सवाल उठ रहे हैं कि नामजद आरोपी गोली चलाने वाला व्यक्ति झंझरी ब्लॉक प्रमुख व प्रमुख प्रतिनिधि आशीष मिश्रा के भाई प्रवीण मिश्रा को गोंडा पुलिस क्यो नहीं गिरफ्तार कर रही है और ना ही आरोपी आशीष मिश्रा के दरवाजे पर पुलिस पूछताछ करने गई है। 21 दिसम्बर की रात्रि घटना करीब 11 बजे थाना कोतवाली नगर को सूचना प्राप्त हुई की सोनी गुमटी क्रॉसिंग के पास एक व्यक्ति अपनी कार के बगल में घायल अवस्था में पड़ा हुआ है। पुलिस द्वारा घायल को उपचार हेतु जिला अस्पताल लाया गया। जहां से बेहतर उपचार हेतु चंदन हाॅस्पिटल लखनऊ रेफर कर दिया गया था।पुलिस ने पाँच नामजद व चार अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया था।पुलिस ने घटना को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा कुल पाँच टीमों का गठन किया था।जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर व स्वाट सर्विलांस की टीम को भी लगाया गया था। जिसमे कुछ लोगो को ही गोंडा पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार किया है। बाकी नामजद आरोपी नौ दिन बीत जाने के बाद भी गोंडा पुलिस के पहुंच से दूर हैं। अवध केसरी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रमुख का बेटा होने की वजह से आशीष मिश्रा को गोंडा पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है,हिस्ट्रीशीटर बिक्कू सिंह कई वारदातों को अंजाम दे चुका है और गोली चलाने वाला व्यक्ति प्रवीण मिश्रा बीजेपी नेता ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि का भाई होने की वजह से उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। घायल नील ठाकुर जिंदगी और मौत की लड़ाई पीजीआई में लड़ रहा है। वहीं गोली मारने वाले प्रवीण मिश्रा पर नगर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की,लेकिन पुलिस ने अभी तक हमलावर अखंड प्रताप सिंह और प्रवीण मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं की है।वही पीड़ित पक्ष का आरोप है कि भाजपा नेता के दबाव में गोण्डा पुलिस काम कर रही है। सत्ता के दबाव में पुलिस गोली मारने वाले की गिरफ्तारी नहीं कर रही है जबकि अगर हमलावर आम व्यक्ति होता तो पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार कर जेल भेज देती, लेकिन सत्ता की हनक के आगे सब फेल है।