आर्य प्रयास समाचार के संपादक धर्मेंद्र शुक्ला को तमंचे से मारने का किया प्रयास,
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दबंगों द्वारा पहले बच्चे की पिटाई फिर पत्रकार को तमंचे के बल पर दे रहे हैं जान से मार डालने की धमकी,
सुल्तानपुर /बल्दीराय
सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए भले ही तमाम आदेश जारी करके पुलिस जिला अधिकारी तथा अन्य कई विभागों को उस की प्रतिलिपियां भेजी हो लेकिन सुल्तानपुर जनपद में जिस तरह के पत्रकारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के पत्रकार कितना सुरक्षित है। अगर उत्पीड़न की शिकायत पत्रकार लेकर सुरक्षा का जिम्मा लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस के पास जाता है तो यह मित्र पुलिस पत्रकार की शिकायत तो ले लेती है लेकिन कार्यवाही करना राम भरोसे पर छोड़ देती है। जिससे पत्रकार पर उत्पीड़न करने वाले दबंगों के हौसले और बुलंद हो जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला सुल्तानपुर जिले के तहसील बल्दीराय का प्रकाश में आया है। बता दें कि बल्दीराय थाना क्षेत्र के ग्राम पुरे कंधई शुक्ल बघौना निवासी धर्मेन्द्र कुमार शुक्ल एक चैनल तथा प्रिंट मीडिया के संपादक हैं। बताया जाता है कि इनके ऊपर विगत कई माह से दबंगों द्वारा निष्पक्ष खबर चलाने पर हमला बोला गया। बावजूद इसके पुलिस विभाग में शिकायत की गई लेकिन पुलिस क्या कार्यवाही कर रही।
अभी हाल में ही पत्रकार धर्मेन्द्र शुक्ल का पुत्र जो कम्पोजिट विद्यालय बघौना में पढ़ता है। छुट्टी के बाद घर जाते समय वहीं बाजार में स्थित लक्ष्मी प्रसाद की इलेक्ट्रिक दुकान के निकट जैसे ही पत्रकार का पुत्र पहुंचा वैसे ही दबंग सुनील कुमार सुत लक्ष्मी प्रसाद अपने सहयोगियों के साथ उस नाबालिग बच्चे को इतना मारा पीटा कि उसके कान में गंभीर चोट आ गई। मामला बल्दीराय थाने पहुंचा तो पुलिस ने पीड़ित पत्रकार का सहयोग न करते हुए दबंगों का सहयोग करके मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया गया। इतना ही नहीं पत्रकार धर्मेन्द्र कुमार शुक्ल जब लक्ष्मी प्रसाद की दुकान जाकर अपने बच्चे की पिटाई का कारण पूछा तो लक्ष्मी प्रसाद ने अपने पुत्रों व भाइयों के साथ अवैध असलहा लेकर उसे ही दौड़ा लिया और जान से मार डालने की धमकी भी दी। इसकी शिकायत भी पत्रकार धर्मेन्द्र कुमार शुक्ल ने थाना बल्दीराय में की लेकिन पुलिस का वही हाल ढाक के तीन पात की कहावत चरितार्थ होकर रह गई।
यही नहीं पत्रकारों के उत्पीड़न संबंधित जिले में कई मामले ऐसे हैं जिसकी शिकायत जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक सहित कई आला अधिकारियों के पास पहुंची भी है लेकिन प्रशासन कारवाही नहीं कर रहा है। सरकार भले ही यह आदेश जारी किया है कि प्रशासन पत्रकारों का सहयोग करें लेकिन सुल्तानपुर जनपद में जिला प्रशासन पत्रकारों का किस तरह से सहयोग कर रहा है। पुलिसिया कार्यवाही से यह अंदाजा लगाया जा सकता है फिलहाल पत्रकार भले ही शासन प्रशासन का सहयोग हमेशा करता चला आ रहा है लेकिन पत्रकारों को सहयोग ना तो शासन स्तर पर हो रहा है ना ही प्रशासन स्तर का पत्रकारों के ऊपर लगातार हमले हो रहे हैं। शिकायतें भी हो रही है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही ना के बराबर है।
पत्रकार धर्मेन्द्र शुक्ल ने बताया कि अगर मामले में जिला प्रशासन या स्थानीय पुलिस प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं किया तो इसकी शिकायत प्रदेश स्तर पर जाकर मुख्यमंत्री से अथवा प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से मिलकर करेंगे। फिलहाल बल्दीराय तहसील क्षेत्र के पत्रकार लामबंद हो गए हैं और इस मामले में पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। देखना है जिले का प्रशासन पत्रकार के साथ न्याय करता है या अन्याय?