शराब माफियाओं के आगे आबकारी विभाग हुआ नतमस्तक, खुले आम धधक रही भट्ठी
1 min readसुल्तानपुर।

होली का त्योहार नजदीक आते ही जिले में कच्ची शराब का अवैध कारोबार चरम पर पहुंच चुका है। तराई इलाकों में धधक रहीं अवैध भट्टियां इस बात का सबूत हैं कि शराब माफियाओं ने अपनी कमाई के लिए पूरी तैयारी कर ली है। वहीं, आबकारी विभाग की सुस्ती पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जिला आबकारी अधिकारी से लेकर इंस्पेक्टर तक का मोबाइल बंद पड़ा है!
होली पर जहरीली शराब का खतरा बढ़ा
हर साल की तरह इस बार भी होली के मौके पर जहरीली शराब का जहर फैलने का खतरा बढ़ गया है। जिले के कई इलाकों में अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री हो रही है, लेकिन प्रशासन के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
तराई इलाकों में धधक रही भट्टियां, जिम्मेदार बेखबर
सूत्रों के मुताबिक, जिले के तराई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध शराब बनाने का काम चल रहा है। इन इलाकों में भट्टियां धधक रही हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने जिम्मेदारी से ही हाथ खींच लिए हैं!
जब जिला आबकारी अधिकारी और संबंधित इंस्पेक्टरों से इस मुद्दे पर जानकारी लेने की कोशिश की गई, तो उनके मोबाइल फोन बंद मिले। अब सवाल यह उठता है कि जब जिम्मेदार अधिकारी ही लापता हैं, तो अवैध कारोबार पर लगाम कौन लगाएगा?
होली से पहले पुलिस-प्रशासन को सख्ती दिखाने की जरूरत
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक अवैध शराब की खुलेआम बिक्री पर प्रशासन की अनदेखी भारी पड़ सकती है। हर साल होली पर जहरीली शराब से लोगों की जान जाने की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन इस बार भी प्रशासन की कोई ठोस रणनीति नहीं दिख रही।
क्या होगी कार्रवाई?
अब देखना यह है कि आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन कब तक इस गंभीर मुद्दे को नजरअंदाज करता है या फिर होली से पहले अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई होगी