सामुदायिक शौचालय बना शोपीस, एक साल से लटक रहा ताला, शौच के लिए खुले में जाने को विवश ग्रामीण
1 min readकनांवा / हैरिंग्टनगंज /अयोध्या
शोपीस बना कनांवा ग्राम पंचायत का सामुदायिक शौचालय:एक साल से लटक रहा ताला, शौच के लिए खुले में जाने को विवश ग्रामीण
जनपद अयोध्या के विकास खण्ड हैरिग्टनगंज के ग्राम पंचायत कनांवा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। शासन का मकसद था कि शौचालय बनेंगे तो जिनके पास सुविधा नहीं है, वह लोग इनका उपयोग कर सकेंगे। इसके लिए भारी-भरकम धनराशि खर्च कर शौचालयों का निर्माण कराया गया था। इनमें महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। लेकिन जिम्मेदारों की उपेक्षा से शौचालय निर्माण सार्थक नहीं हो रहा है।एक साल से सामुदायिक शौचालयों में ताले शोभा बढ़ा रहे हैं। बडी बडी घांस फूस शौचालय की सुन्दरता बढा रहे हैं लोगो के द्वारा पता चला है की शौचालय की सीट टूटी पडी है गड्डा भठ गया है जो सीधे भ्रष्टाचार की तरफ इसारा कर रहा है शौचालय की जिम्मेदारी सम्हाल रही समूह की केयर टेकर शान्ती का नाम मोबाइल नंबर शौचालय पर बड़े बड़े अक्षरों मे लिखा है लेकिन वो कभी ताला नही खोलती है जब नम्बर पर संपर्क किया गया तो मोबाइल पर इनकमिंग सेवा उपलब्ध नही था वही पर ग्राम प्रधान ओमप्रकाश से कयी बार संपर्क किया गया लेकिन फोन उठाना मुनासिब नही समझा ग्रामीणों का आरोप है की हम लोग सालो से बाहर शौक करने पर मजबूर हू प्रधान व सचिव की लापरवाही व भ्रष्टाचार के चलते सरकार का स्वक्ष भारत स्वस्थ भारत का मिशन धराशायी हो रहा है
बताते चलें कि सामुदायिक शौचालय की देखरेख की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया गया है। जिसके बदले में उन्हें 9000 रूपए दिया जाता है। जहां पर लगभग सालो से ताला लगा है इसे अभी तक लोगों के लिए चालू नहीं किया गया है।
वही पर इस बाबत जब पंचायत सचिव भूपेन्द्र तिवारी व खंण्ड विकास अधिकारी हैरिग्टनगंज ऐ.के.मिश्रा से कयी बार दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया तो किसी भी सक्षम अधिकारी का फोन नही उठा जिससे साफ सिद्ध होता है की खंण्ड विकास अधिकारी भी ग्राम पंचायत के .कार्यो पर गंभीर नही है सवाल यह है कि लाखों रुपये खर्च कर आखिर किसलिए शौचालय का निर्माण किया गया है