फसल अनुसंधान विशेषज्ञ ने किसानों को उन्नत खेती के लिए किया जागरूक
1 min readमिल्कीपुर अयोध्या
विकासखंड मिल्कीपुर क्षेत्र स्थित ग्राम सभा मजनाई के मजरे पूरे राम फेर में आर एल कृषि सेवा केंद्र पर चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड के तत्वाधान में कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फसल अनुसंधान केंद्र मसौधा से आए हुए पादप रोग विशेषज्ञ डाॅ विन्देश्वरी प्रसाद ने किसानों को बताया कि बीज शोधन के बाद ही बीज को खेतों में बोना चाहिए। बीज शोधन के लिए दो किलोग्राम बीज के लिए 2 ग्राम दवा बहुत होती है। बीज शोधन न करने से मिट्टी के अंदर रहने वाली एक प्रकार की फफूंद अंकुरण के समय ही बीज को खत्म कर देती है। इससे बचाव के लिए थोड़ी सी ऊपर की मिट्टी लेकर गोबर के खाद में मिलाकर एक-दो दिन तक बोरे से ढकने के बाद यदि उसमें नर्सरी डाली जाए तो उसमें किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं आ सकती। क्योंकी टमाटर जैसै महंगे बीजों की अगर जामनेशन गड़बड़ होगी तो किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। आगे उन्होंने बताया एक-दो दिन में कभी-कभी फसल सूख जाती है तो आप निश्चिंत रहिए यह किसी बीमारी की वजह से नहीं हो रहा है बल्कि आपकी मिट्टी में किसी न किसी तत्व की कमी से ऐसा हो रहा है क्योंकि कोई भी रोग दो-तीन दिन में पूरी फसल नष्ट नहीं सकता। जब किसान भाई किसी भी फसल को बोयें तो हर दूसरे -तीसरे दिन उसकी देखरेख जरूर करें क्योंकि समय रहते यदि रोग का उपचार हो गया तो पूरी फसल बचाई जा सकती है। जब भी आप खेतों में कोई दवा डालें तो बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह लिए फसलों मे दवा ना डालें क्योंकि कभी-कभी गलत लोगों के द्वारा गलत दवा का सुझाव दे दिया जाता है जिससे फसलों को काफी नुकसान हो जाता है। किसानों को अपरिहार्य कारणों में ही रसायनों का उपयोग करना चाहिए।
धान व गेंहू की फसल में लगने वाले कंडुआ रोग(अगिया) के बारे में बताते हुए कहा कि इस रोग से बचाव का सबसे अच्छा एक ही उपाय यह है कि समय से फसल की बुवाई कर दी जाए क्योंकि समय से फसल की बुवाई होने से सितंबर माह में धान की फसल की बालियों मे पर्याप्त दाने आ जाते हैं । जबकि कंडुआ रोग अक्टूबर माह मे बारिश से होने वाली नमी को पाकर फसल में तेजी से फैलता है।
नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय से कृषि अभिजनक डॉक्टर सौरभ दीक्षित किसानों से उनकी फसलों से संबंधित समस्याओं को पूछ कर उनकी समस्याओं का निराकरण किया। कार्यक्रम के दौरान उर्वरक कंपनी के असिस्टेंट मार्केटिंग मैनेजर नमन पांडे, राहुल यादव ,अभिषेक तिवारी ,दिनेश कुमार, दिवाकर शुक्ला ,अवधेश शुक्ला, हृदय राम यादव ,विक्रम यादव, प्रमोद यादव, राजेश यादव, पवन कुमार ,संतराम, मुन्नालाल ,शिवबरन प्रजापति सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे।
दिनेश कुमार