विवादित थाना प्रभारी पर पुलिस अधीक्षक की मेहरबानी का कारण खड़ा कर रहा बड़ा सवाल
1 min readथाना दोस्तपुर प्रभारी पण्डित त्रिपाठी का विवादों से रहा है पुराना नाता
अम्बेडकर नगर के बेवाना थाना में अपराध संख्या 0182/22पर एसओ पण्डित त्रिपाठी पर गम्भीर धाराओं में दर्ज हुआ था मुकदमा
अपने पद का दुरुपयोग कर विवादो से रहा है पुराना नाता
लोगो के बीच भय बनाकर पुलिसिंग करना एसओ पण्डित त्रिपाठी की बनी पहचान
आखिर विवादित थाना प्रभारी पर पुलिस अधीक्षक की मेहरबानी का कारण खड़ा कर रहा बड़ा सवाल
सुल्तानपुर
जनपद के थाना दोस्तपुर में तैनात थाना प्रभारी पण्डित त्रिपाठी का विवादों से रहा है पुराना नाता।एक जिम्मेदार पद पर तैनाती के बाद भी आम आदमी से उलझकर अपने पद का दुरुपयोग करने का पहले भी लगा है गम्भीर आरोप।अम्बेडकरनगर के बेवाना में तैनाती के दौरान एसओ दोस्तपुर पर छेड़खानी समेत गम्भीर धाराओं में दर्ज हुआ था मुकदमा।आखिर किस काबिलियत पर पुलिस कप्तान द्वारा बार बार थाना प्रभारी का चार्ज देकर किया जा रहा शासन की मनसा के साथ खिलवाड़।
एक तरफ पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने जनपद के प्रत्येक थाना के प्रभारी को एक पत्र जारी कर पत्रकारों का सहयोग करने का निर्देश जारी किया परन्तु दोस्तपुर थाना प्रभारी के पद पर तैनात पण्डित त्रिपाठी पत्रकारों व आमजन के उत्पीड़न से बाज नही आ रहे है।ऐसा भी नही है इन्होंने हमेशा पद पर रहकर अपनी मनमानी करते हुए सरकार की मनसा पर बड़ा सवाल खड़ा किया है।बाराबंकी हो या अम्बेडकर नगर तैनाती के दौरान उन्होंने सिर्फ खाकी का दुरुपयोग कर खाकी की गरिमा गिराने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है।बताते चले कि अम्बेडकर नगर के बेवाना थाना में इनके विरुद्ध अपराध संख्या1 82/22पर छेड़खानी समेत अन्य गम्भीर धाराओं में मुकदमा तक दर्ज हुआ था।यही नही उन पर अनेक गम्भीर आरोप भी लगे थे जिसके चलते उनका स्थानांतरण सुल्तानपुर हुआ तब भी उनकी हरकत नही रुकी उन्होंने खबर लिखने पर धनपतगंज पर आपराधिक लोगो से सांठगांठ पर एक अखबार के संपादक व पत्रकार के विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज कराया जो जांच में झूठा पाया गया।जिसकी शिकायत भारतीय प्रेस परिषद,मानवाधिकार आयोग,महिला आयोग,समेत शासन प्रशासन से की गई है जिसमे कार्यवाही होना तय माना जा रहा।जिम्मेदार पद पर रहकर थाना प्रभारी पण्डित त्रिपाठी द्वारा सरेआम फर्जी मुकदमा दर्ज कराना व धमकी देना आम बात हो गयी है।ऐसे में पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा की उनपर मेहरबानी जनपद के पुलिस प्रशासन की किरकिरी कराने के लिये ही काफी नही बल्कि शासन की मनसा पर भी सवाल खड़ा कर रही है।एसओ पण्डित त्रिपाठी को थाना प्रभारी का पद कभी भी प्रशासन के लिये संकट खड़ा कर सकता है।हालांकि उन पर उच्चाधिकारियों की मेहरबानी का कारण चाहे जो हो लेकिन धनपतगंज के बाद दोस्तपुर में सरेआम पत्रकार को दी गयी धमकी आलाधिकारियों की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
अजय त्रिपाठी