ग्रामीणों ने बदहाल मार्ग को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन, “रोड़ नहीं तो वोट नहीं”, करेंगे उपचुनाव का बहिष्कार
1 min readमिल्कीपुर/अयोध्या
विकासखंड मिल्कीपुर स्थित ग्राम सभा किनौली के मजरे राजस्व गांव सोनस के दर्जनों ग्रामीणों ने बदहाल मार्ग को लेकर मार्ग जामकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों के अनुसार इस संपर्क मार्ग से होकर नट डेरा, शुक्ल का पुरवा, ककरहिया, बैजू का पुरवा, विश्वनाथ का पुरवा, सहित अन्य मजरों के पांच हजार की आबादी को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग ग्राम सभा इनायत नगर के मजरे कोटवा के पास 100 मीटर में चलने लायक भी नहीं है।
राजस्व ग्राम सोनस के ग्रामीणों ने रविवार को रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लेकर सोनस से तहसील मार्ग को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग को जामकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम सभा किनौली की सीमा समाप्त होने के बाद ग्राम सभा इनायत नगर में लगभग सौ मीटर कच्चे मार्ग का निर्माण लगभग सात वर्ष पूर्व किया गया था। सात वर्ष बीत जाने के बाद भी इस मार्ग पर आज तक ना तो खड़ंजा लगाया गया न ही मार्ग की इंटरलॉकिंग हो पाई जिससे कि यह कच्चा मार्ग बारिश में बड़े-बड़े गड्ढे में तब्दील हो गया है। ग्रामीण राम सूरत शर्मा ने बताया कि गांव में यदि कोई बीमार हो जाए तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर तक चारपाई या दोपहिया वाहन से ही लाना पड़ता है क्योंकि गांव में खराब रास्ते की वजह से एंबुलेंस नहीं जा पाती है। यहां तक नौनिहालों को विद्यालय जाने के लिए मार्ग की बदहाली के कारण जंगल के रास्ते व पगडंडियों से होकर जाना पड़ता है।
प्रदर्शन में मौजूद महिलाओं ने बताया कि गांव में जब भी किसी लड़की की शादी होती है तो गांव तक डीजे रथ यहां तक की दूल्हे की गाड़ी भी गांव तक नहीं पहुंच पाती और गांव के बाहर ही गाड़ी खड़ी कर बाराती लोग दूल्हे के साथ पैदल ही गांव आते हैं बताते चले की प्रदर्शन वहीं प्रदर्शन में मौजूद जगदीश शर्मा ने कहा कहा कि अगर इस राजस्व गांव की सड़क नहीं बनाई गई तो आने वाले मिल्कीपुर उपचुनाव में लगभग पांच गांव के लोग जिनकी जनसंख्या लगभग 5000 के ऊपर है आने वाले मिल्कीपुर उपचुनाव का बहिष्कार कर अपना विरोध जताएंगे वहीं पर मौजूद गांव के रहने वाले रेडीमेड व्यापारी रामानंद शर्मा ने बताया के छोटे-छोटे ननिहाल बच्चे स्कूल जाते समय बरसात के समय में इस रास्ते में कीचड़ होने के कारण उसी में गिर जाते हैं और चोटहिल हो जाते हैं और बच्चो के स्कूली ड्रेस और महंगी किताबें बर्बाद हो जाती है। इस सांकेतिक प्रदर्शन के दौरान जगदीश प्रसाद शर्मा, दिलीप कुमार शर्मा, राम कुबेर, जैतराम, रामजियावन विश्वकर्मा, जनक लली, कर्मावती, कमला, संतरा देवी माधुरी, अतुल तिलकराम शर्मा, दयाराम शर्मा, उमापति तिवारी, अमरनाथ शर्मा, अमर बहादुर शर्मा ,समर बहादुर शर्मा आदि सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी मौजूद रहे।