पीड़िता के गांव से लेकर अस्पताल तक पुलिस का कड़ा पहरा , जगह-जगह पुलिस के साथ लगाई गई है पीएसी
1 min readअयोध्या।
पूराकलंदर थाना क्षेत्र में किशोरी से हुए दुष्कर्म को लेकर पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। वहीं जनप्रतिनिधियों और विभिन्न संगठन के लोगों का पीड़िता के आवास तथा जिला महिला अस्पताल आने-जाने का दौर जारी है। वारदात के बाद पुलिस ने पीड़िता के गाँव ही नहीं जिला महिला अस्पताल में भी कड़ा सुरक्षा पहरा बिठाया है। सुरक्षा में पीएसी के साथ भारी तादात में पुलिस बल को तैनात किया गया है। घटना के प्रकाश में आने तथा संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद से ही पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा कस्बा चर्चा में है। आरोपी की गिरफ्तारी तथा उसकी ओर से अतिक्रमण कर किए गए निर्माण के नाप-जोख तथा ध्वस्तीकरण को लेकर कस्बे में शांति और सुरक्षा के मद्देनजर पीएसी के साथ पुलिस बल को लगाया गया है। थाने के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़िता के घर सुरक्षा को लेकर 12-12 घंटे की शिफ्ट में एक उपनिरीक्षक के नेतृत्व में चार महिला-पुरुष आरक्षी को लगाया गया है। जबकि कस्बे तथा आरोपी की संपत्तियों के पास दो प्लाटून पीएसी के साथ आठ उपनिरीक्षक और 64 आरक्षी-मुख्य आरक्षी को तैनात किया गया है। अधिकारियों की ओर से हालात की निगरानी कराई जा रही है। दुष्कर्म पीड़िता गर्भवती किशोरी का वर्तमान में जिला महिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसे अस्पताल के चौथी मंजिल स्थित प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष समेत अन्य के खिलाफ जिला महिला अस्पताल पहुंच सुलह-समझौते के लिए धमकाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वर्तमान में दो-दो महिला और पुरुष उपनिरीक्षकों के नेतृत्व में चार-चार आरक्षियों को दिन और रात में सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। नगर कोतवाल अश्विनी पांडेय का कहना है कि वार्ड में तैनात महिला उपनिरीक्षक को किसी अनजान व्यक्ति को वार्ड में न घुसने देने की हिदायत दी गई है।