BEO भदैया के आकस्मिक निरीक्षण से सपोर्ट पाने के बाद विद्यालय के रसोईया बच्चों के भोजन बनाने में कर रही अनियमितता
1 min readभदैया सुल्तानपुर
15 अप्रैल के BEO भदैया के आकस्मिक निरीक्षण से सपोर्ट पाने के बाद विद्यालय के दोनों रसोईया सुनीता और आशा एमडीएम बनाने और बच्चों को खिलाने में रुचि नहीं ले रही हैं। वहीं पर शिक्षक राजकुमार तिवारी ने बताया कि जल्दी जल्दी एमडीएम बना खिला कर घर भागने की सनक में न तो साफ सफाई पर ध्यान देती हैं न एमडीएम पकाने की गुणवत्ता पर ,तब से गेहूं धुलना बंद कर दीं।बिना धुले ही गेहूं चक्की पर पीसने भेजा जाता है।चावल , दाल आदि में से कंकड़ पत्थर भी रसोईया बिना बीने पछोरे जल्दी,जल्दी में पका देती हैं।रसोई के बर्तन,जाला आदि की साफ सफाई ठीक से नहीं होती और रसोई में सामान का रख रखाव ठीक से नहीं करती हैं तथा बच्चे अपनी प्लेट लेकर उनके पास जाते हैं तब एक जगह बैठ कर एमडीएम परोसती हैं।खुद रसोईया बच्चों की पंक्ति में बच्चों के पास जाकर एमडीएम का भोजन भी नहीं परोसती हैं।विद्यालय प्रभारी से तो हमेशा तनी तनी रहने लगी हैं।शिक्षकों के बीच के मसलों में रसोईया BEO भदैया के सपोर्ट के बाद लगातार दखल देने लगी हैं।12 बजे के बाद विद्यालय में कोई अधिकारी या एआरपी आदि विद्यालय निरीक्षण विजिट करने आते हैं तो रसोईया के स्कूल में न होने पर उनकी आवभगत में नाश्ता पानी चाय आदि कराने में बच्चों को लगाने से आरटीई में रोक है सहायक अध्यापक अपनी तौहीन समझेंगे अतः स्कूल इंचार्ज को गिलास कप प्लेट आदि धुल पोंछ कर नाश्ता पानी चाय कराना पड़ेगा जिससे विद्यालय निरीक्षण में पूर्ण सहयोग करने में बाधा पड़ेगी।