अवैध क्लीनिक और झोलाछाप डॉक्टरों पर सीएचसी मवई के अधिकारी मेहरबान
1 min readसीएचसी मवई क्षेत्र के गांवों में झोलाछाप चिकित्सक व क्लीनिक की भरमार
अयोध्या।
मवई ब्लाक क्षेत्र में संचालित अवैध क्लीनिक और झोलाछाप डॉक्टरों पर सीएचसी मवई के अधिकारी मेहरबान हैं। शासन के सख्त निर्देशों के बावजूद यहाँ अभी तक महज 15 क्लीनिक की जांच हो सकी है। जबकि लगभग मवई ब्लाक क्षेत्र के सभी चौराहों पर 5 से 10 क्लीनिक खुलेआम चल रही है लेकिन इन जिम्मेदारों की नींद नही टूट रही है।कार्रवाई नहीं होने से ये खुलेआम अपनी दुकानदारी चला हैं। जबकि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी के कारण लोगों को मजबूरी में झोलाछाप डॉक्टरों की शरण लेनी पड़ती है। क्षेत्र में सक्रिय झोलाछाप डॉक्टर न केवल मरीजों का उपचार करते हैं बल्कि दवाइयां भी देते हैं। यदि किसी मरीज को इन्होंने कोई दवाई लिख दी तो समझो वह सिर्फ उनके खुद के क्लीनिक के अलावा ओर कहीं भी नहीं मिलेगी। ये डॉक्टर ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि परेशान होकर मरीज वही दवाई खाए जो वे अपनी डिस्पेंसरी से बेचें। पैसों की लालच में ये डॉॅक्टर मौत के सौदागार बने हुए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ चिकित्सकों की लापरवाही के कारण यहां के मरीजों को झोलाछाप डॉक्टरों की चौखट में जाना पड़ रहा है।पीएचसी पर तैनात संविदा कर्मी डॉक्टर मवई चौराहा पर प्राइवेट अस्पताल खोल रखे हैं।ऐसे में ज्यादा समय अपने निजी अस्पताल पर देते हैं।
झोलाछाप डॉक्टरों पर होगी एफआईआर
करीब एक महीने पहले शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाकर चिन्हांकन व कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे। इसके बाद सीएचसी स्तर पर टीमों का गठन किया गया। सब कुछ होने के बावजूद सीएचसी मवई में गठित टीमों द्वारा इस महत्वपूर्ण कार्य मे सुस्ती दिखाई जा रही है।जिससे शासन की मंशा पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है।
बयान
मवई क्षेत्र में लगभग 100 से अधिक झोलाछाप डॉक्टरों को चिन्हित किया गया है।जिसमें संचालित 15 क्लीनिक और डॉक्टरों की जांच अभी तक हुई है।इसके लिए सीएचसी पर टीम भी गठित की गई है। संदिग्ध डॉक्टर और अवैध क्लीनिक संचालकों के खिलाफ नोटिस जारी की जाएगी।
डॉ० प्रमोद कुमार गुप्ता चिकित्सा अधीक्षक सीएचसी मवई