ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार को करीब 300 स्थानों भंडारे कार्यक्रम हुआ संपन्न
1 min readमिल्कीपुर में 300 स्थान पर आयोजित हुआ भंडारा
करीब 10 हजार भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद, विवि प्रशासन ने पहली बार कराया भंडारा
मिल्कीपुर में ज्येष्ठ माह के चौथे मंगलवार को करीब 300 स्थानों भंडारे चल रहे हैं। हनुमान भक्तों द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना की। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह और उनकी पत्नी की अगुवाई में सुंदर कांड पाठ हुआ। भंडारे में करीब 5000 भक्त पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किए।
थाना कुमारगंज प्रभारी निरीक्षक रतन सिंह की अगुआई थाना मुख्य गेट के सामने अयोध्या रायबरेली ओवर ब्रिज के नीचे बजरंग बली के भक्त कचोरी, सब्जी ओर चावल का प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही मिल्कीपुर, अमानीगंज, खण्डासा, बहादुगंज, पूरवगांव सिधौना, चमनगंज, कुचेरा बाजार, हैरिंग्टनगंज, धर्मगंज देवगांव, सिधारी बाजार समेत क्षेत्र में करीब 300 स्थान पर भंडारे की आयोजन किए गए सुबह 9 से ही लोग भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। भंडारे में कहानी पूड़ी सब्जी तो कहीं शरबत कहीं छोला चावल तो कहीं भक्तों ने बूंदी का प्रसाद वितरण किया। उमस भारी भीषण गर्मी में 45 डिग्री तापमान के बीच भी भक्त अपने पथ से नहीं हटे। उमेश भरी गर्मी और तेज धूप में ही करीब 10 हजार भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। कुछ भक्तों द्वारा प्रसाद वितरण आयोजित किए गए हैं। पंडित जमुना प्रसाद का कहना है कि पौराणिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ माह के मंगलवार को भगवान राम और हनुमान जी की पहली बार मुलाकात हुई थी। तभी से इस महीने में आने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। इस दिन वीर बजरंगी की पूजा करने से जीवन की सभी समस्याओं का निवारण होने लगता है। मान्यता है कि बड़े मंगल को विधिपूर्वक पूजा करने के साथ-साथ उनके प्रिय भोग भी लगाने चाहिए। इससे तरक्की के योग बनते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है।
