स्टे शुदा भूमि पर दबंग कर रहे अवैध निर्माण,पुलिस प्रशासन मौन, पीड़ित ने लगाया आरोप
1 min readगोण्डा।
जिले के थाने,चौकी की पुलिस के सामने न्यायालय का स्थगनादेश कोई मायने नहीं रखता। शिकायती प्रार्थना पत्र देने के बाद भी स्टेशुदा भूमि पर दबंगों द्वारा बलपूर्वक अवैध निर्माण किया जा रहा है। थाने,चौकी में कोई सुनवाई ना होने से पीड़ित ने उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्यायालय के स्थगनादेश का अनुपालन कराते हुए विवादित भूमि पर विपक्षी गणों का अवैध निर्माण रोकने व विधिक कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रकरण गोण्डा जिले के थाना परसपुर अन्तर्गत ग्राम सरैंया (पठकन पुरवा) से जुड़ा है। यहां के निवासी बिन्देश्वरी प्रसाद पाण्डेय पुत्र जगदीश प्रसाद पाण्डेय ने उच्चाधिकारियों को दिये गये प्रार्थनापत्र में कहा है कि वह ग्राम सरैंया परगना ग्वारिच तहसील कर्नलगंज गोण्डा में स्थित भूमि गाटा संख्याः 1549/1-3120 में सहखातेदार है। सभी खातेदार वहमी बंटवारे के आधार पर अपने अपने अंश पर कृषि कार्य कर रहे हैं। उपरोक्त गाटा सं० में कब्जेदारी को लेकर विवाद हुआ, जिसके संबंध में न्यायालय सिविल जज,सीनियर डिवीजन गोण्डा के न्यायालय पर वाद सं० 160/23 विचाराधीन है। जिसमें न्यायालय द्वारा दिनांक 12.07.2023 को स्थगनादेश पारित किया गया है,जो प्रभावी है। परन्तु विपक्षीगण विजय कुमार पुत्र राजकुमार व परमात्मादीन पुत्र जगदीश व गोपाल पुत्र परमात्मादीन व राजकुमार पुत्र जगदीश निवासी सरैंया (पठकन पुरवा) थाना परसपुर न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए थाना परसपुर व चौकी शाहपुर पुलिस को गुमराह करके फर्जी कागज तहसील से बनवाकर उपरोक्त विवादित भूमि पर लगभग कई दिनों से अवैध निर्माण कर रहे हैं। जिससे न्यायालय के आदेश की अवहेलना हो रही है। पीड़ित जब कुछ बोलता है या निर्माण करने से मना करता है तो विपक्षीगण जान से मारने की धमकी देते हुए मारने के लिए दौड़ा लेते हैं। पीड़ित ने न्यायालय के स्थगनादेश का अनुपालन कराते हुए विवादित भूमि पर विपक्षी गणों का अवैध निर्माण रोकने व विधिक कार्रवाई करने की मांग की है।
