प्राचीन पंचमुखी महादेवन कल्याणेश्वर मंदिर पर सात दिवसीय रामकथा का समापन विशाल भंडारे
1 min readविशाल भंडारे के साथ राम कथा का समापन
बारुन/अयोध्या।
मिल्कीपुर के कर्मडांडा में स्थित प्राचीन पंचमुखी महादेवन कल्याणेश्वर मंदिर पर सात दिवसीय रामकथा का समापन विशाल भंडारे के साथ हुआ। बताते चलें कि पौराणिक रूप से महत्वपूर्ण इस प्राचीन मंदिर के बारे में इसी गांव निवासी रिटायर्ड इतिहास प्रवक्ता जगत नारायण तिवारी ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण 316 ईसवी में गुप्त काल के राजा कुमारगुप्त के अवध प्रांत प्रमुख पृथ्वी सेन ने कराया था।पृथ्वी सेन शैव(शिव) धर्म के अनुयाई थे उन्होंने अयोध्या से 26 मील की दूरी पर स्थित कर्मडंडा नामक स्थान पर इस मंदिर का निर्माण कराया था।इस मंदिर का उल्लेख प्रमुख इतिहासकार व लखनऊ विश्वविद्यालय के इतिहास संकाय प्रमुख डॉ बीएन पुरी की गुप्तकाल पर लिखित पुस्तक तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों के परास्नातक के प्राचीन इतिहास विषय के पाठ्यक्रम में भी मौजूद है। सात दिवसीय रामकथा में स्वामी कल्पनानंद जी महाराज ने कथावाचक के रूप में अपने अनमोल वचनों से भक्तों का मन मोहा।अंतिम दिन यज्ञ के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।भंडारे में प्रमुख रूप से नवभारतीय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष शिव शंकर मिश्रा,ग्राम प्रधान मुकेश पंडित,महेश शर्मा,पूर्व प्रधान राम धीरज रावत,चंद्रपाल श्रीवास्तव, राकेश यादव,मोहम्मद मुस्लिम,गुलजार खान,रामनाथ कनौजिया, अशोक पाठक,बुद्धू तिवारी,लाटू दुबे,राकेश शर्मा,पिंटू यादव,मास्टर कमल कुमार,देव प्रताप देवा,धनीराम,कैलाशनाथ तिवारी,हीरालाल कनौजिया, नंद किशोर चौरसिया व सैकड़ों अन्य ग्रामवासियो ने सहयोग किया। विशाल भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।