राजस्व विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में हो रहा अवैध कब्जा
1 min readसुल्तानपुर
इन दिनों जिले में अवैध कब्जा और अतिक्रमण आम बात हो चुकी हालात इस कदर हो चुके है कि राजस्व अमला खुद ही सरकारी जमीनों को छिन्नभिन्न करने पर लगा हुआ है प्रदेश के मुख्यमंत्री सभी मीटिंग में अधिकारियों को सख्त आदेश जारी कर रहे हैं कि किसी भी अवैध कब्जेदार को बक्सा न जाए परन्तु जिला प्रशासन के कुछ अधिकारी इस आदेश को झूठा साबित करने में जुटे हैं ताजा मामला सदर तहसील के भंडरा परसरामपुर ग्राम सभा से जुड़ा है जहां सरकारी कर्मचारी के भेष में भू माफिया आत्माराम मिश्रा ने सरकारी सार्वजनिक भूमि खलिहान नवीन परती सड़क चकमर्ग आदि पर अतिक्रमण करके अवैध निर्माण कर लिया और सरकारी एजेंसियां देखती रह गई आत्माराम मिश्रा सारे नियम कानून को ताक पर रखकर अवैध कब्जा और निर्माण करता रहा अधिकारी कागजी घोड़े दौड़ाने में व्यस्त रहे सरकारी बाबुओं के कागजी घोड़ों को आत्माराम मिश्रा हवा में उड़ा दिया आत्माराम मिश्रा के खिलाफ आवाजें उठती रही लेकिन उसके अवैध कब्जे और अवैध निर्माण की रफ्तार नहीं रुकी जो जैसे माना आत्माराम मिश्रा उसे वैसे मनाते रहे साम दाम दंड भेद सब अपनाया पिछली सरकारों में जब सिस्टम के लोग ही जमीन कब्जाने में आत्माराम के साथ जुटे थे तो किसी का कब्जा हटवाने की बात सोचना ही गुनाह था अब जब महंत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तो लोगों में एक उम्मीद भी जागी योगी आदित्यनाथ ने एंटी भू माफिया टास्क फोर्स गठित कर इस उम्मीद को परवाज भी दिया लेकिन उन्हीं के राज में कानून गो कुड़वार शिव प्रसाद और लेखपाल वाहिद अहमद मिल कर योगी आदित्यनाथ की मंशा पर पानी फेर रहे हैं।
पिछले बीस वर्षों से आत्माराम मिश्रा सरकारी भूमि गाटा संख्या 1361 नवीन परती भूमि को अपनी पत्नी के नाम दर्ज गाटा में मिला कर कंटीले तार से घेर कर कब्जा कर लिया गया कई बार शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय और प्रमुख सचिव राजस्व विभाग से हुईं हर बार अधिकारी आत्माराम मिश्रा को बचाते रहे अंत में जब राजस्व कर्मियों पर गाज गिरी तो बेदखली का वाद दायर किया गया लेकिन आत्माराम मिश्रा द्वारा सरकारी भूमि पर खेती करता रहा पिछले दिनों 25 दिसंबर 2024 को राजस्व टीम गठित हुई और मौके पर पहुंचे राजस्व निरीक्षक कुड़वार शिव प्रसाद और लेखपाल वाहिद अहमद द्वारा जांच में फिर आत्माराम मिश्रा का अवैध कब्जा पाया गया मौके पर गेहूं की फसल और कंटीले तार से घेर कर कब्जा पाया गया यही से लेखपाल वाहिद अहमद और कानून गो कुड़वार शिव प्रसाद द्वारा पूरे मामले मे सौदे बाजी का खेल शुरू हो गया जमीनी आंकड़ों की बाजी गारी में माहिर राजस्व निरीक्षक कुड़वार ने अपने अधिकारियों को गुमराह करते हुए सरकारी भूमि पर पुनः हुए कब्जे की बात को छुपाते रहे मामला जब तहसीलदार सदर हृदय राम तिवारी के जानकारी में आया तो उन्होंने पूरे मामले में लेखपाल की रिपोर्ट पर राजस्व निरीक्षक कुड़वार शिवप्रसाद से स्थानीय थाना पर तहरीर देने की बात कही राजस्व निरीक्षक कुड़वार शिव प्रसाद द्वारा अपने अधिकारियों के निर्देश को भी नजरअंदर कर दिया गया अब देखना यह है कि अतिक्रमण कारी के साथ साथ इन राजस्व कर्मियों पर कोई कार्यवाही होती हैं या नहीं