बिजेथुआ धाम में कालनेमि की कथा सुनाकर कथा व्यास स्वामी रामभद्राचार्य ने भक्तों को कर दिया भावविभोर
1 min readसुल्तानपुर
जिले के कादीपुर क्षेत्र के पवित्र धाम बिजेथुआ महोत्सव में स्वामी रामभद्राचार्य जी ने के मुखार बिंदुओं से शुरू हुई श्री मद्भागवत कथा
पवित्र धाम बिजेथुआ महोत्सव में स्वामी रामभद्राचार्य जी के मुखार बिंदुओं से श्रीमद्भागवत कथा शुक्रवार से शुरू हुई।
महोत्सव में मँच पर पद्म विभूषण जगतगुरु तुलसी पीठाधीश्वर श्री रामभद्राचार्य जी महाराज की कथा के प्रथम दिवस में गुरुदेव ने कालनेमि की कथा सुनाई।उनकी कथा से भक्त भावविभोर हो गए।
कथा व्यास जी ने बताया कि कालनेमि हनुमान जी के हिमालय जाने के रास्ते में एक पहाड़ी पर गया व अपनी माया से साधु का रूप बना लिया। इसके साथ ही उसने आसपास पवित्र झील, सरोवर, बाग व स्वयं की कुटिया का निर्माण किया। वह साधु के वेश में आसन्न ग्रहण करके बैठ गया व राम नाम का जाप करने लगा।
गुरुदेव ने आगे कथा में बताया कि जब हनुमान जी ने आकाश में से उड़ते हुए एक साधु को राम नाम का जाप करते देखा तो उन्हें उत्सुकता हुई व वे उसे देखने नीचे आयें। कालनेमि ने हनुमान को वही थोड़ी देर विश्राम करने को कहा व कहा कि वह अपनी शक्ति से उन्हें कुछ पल में ही हिमालय पर्वत पर पहुंचा देंगे।
कथा के आयोजक सत्या फाउंडेशन के विवेक तिवारी ने कलश यात्रा का कार्य भीड़ के साथ पूरा कराया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। कथा में बड़ी में दूरदराज और आसपास के लोग जुट रहे हैं।लोग अंतरराष्ट्रीय संत जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी का दर्शन करने के लिए बेताब रहे।