एम्बुलेंस चालक अपनी मांगों को लेकर राजधानी में प्रदर्शन करेंगे एम्बुलेंस चालक
1 min readआगामी 20 सितंबर को राजधानी में प्रदर्शन करेंगे 20 हजार एम्बुलेंस चालक
भर्ती के नाम पर कर्मचारियों से 45 हजार 25 हजार की डिमांड ड्राफ्ट लेने का संगीन आरोप!
फर्जी तरीके से मेंटेनेंस घोटाला ,डीजल घोटाला ,कर्मचारी भविष्य निधि में घोटाला कका आरोप!
पूर्व में प्रदर्शन करने कर 3000 कर्मियों की नौकरी छीनने का आरोप
सुल्तानपुर
एम्बुलेंस चालक अपनी मांगों को लेकर आगामी 20 सितंबर को प्रदर्शन करेंगे। जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108 102 के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने बताया कि संग़ठन के कर्मी कानपुर नगर, उन्नाव होते हुए लखनऊ दिनाँक 20 सितंबर 2024 को पहुँच कर मुख्यमंत्री उप मुख्यमंत्री के आवास पर पहुँच कर ज्ञापन सौंपेगा।
संग़ठन के पदाधिकारियों ने कहा कि उ0प्र0 में एम्बुलेन्स सेवा प्रदाता कम्पनी ई एम आर आई ग्रीन हेल्थ सर्विस (GVKEMRI) के द्वारा उत्तर प्रदेश में कार्य कर रहे 20000 एम्बुलेन्स कर्मियों के ऊपर मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक रूप से शोषण किया जा रहा है। यह वही एम्बुलेन्स कर्मी है जिन्होंने करोना काल में ईमानदारी से सरकार की गाईडलाइन का पालन करते हुए प्रदेश के आम लोगों की जान बचाई। आज डीजल का मेंटेनेंस का पैसा कंपनी कर्मचारियों के वेतन से काट रही है विरोध करने पर बर्खास्तगी की जाती है ।।प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने कहा कि प्रत्येक गाड़ी पर टारगेट के अनुसार फर्जी केस कराए जा रहे हैं जो कि प्रतिदिन फर्जीवाड़ा बढ़ता जा रहा है ।। भर्ती के नाम पर कर्मचारियों से 45 हजार 25 हजार की डीडी ली जाती है। जीवीके इएमआरआई के शोषण से त्रस्त होकर दिनांक 26.07.2021 को कर्मचारी धरने पर चले गये थे ।।। क्योंकि इसी कम्पनी ने 1000 लोगों को निकाल दिया था। धरने के एक दिन बाद 27.07.2021 को 3000 कर्मचारियों को फिर एक साथ अनैतिक रूप से बगैर किसी अग्रिम नोटिस के बर्खास्त किया और आज तक कम्पनी लगभग में 9000 से ज्यादा लोगों को निकाल दिया है। जो इस समय बेरोजगार अवस्था में दर-दर की ठोकरें खा रहे है और इन कर्मियों से जुड़े लगभग सभी परिवार भुखमरी, गरीबी और आर्थिक तंगी जैसी स्थिति झेल रहे हैं। करोना काल में त्यौहार पर भी घर नहीं गये और भूखे प्यासे अवस्था में रहकर प्रदेश वासियों को सेवायें दी जिनमें प्रदेश से लगभग कई सैकड़ों एम्बुलेन्स कर्मी संक्रमित भी हुए और 9 कर्मियों की मृत्यु भी हुई फिर भी हम लोग हिम्मत नहीं हारे देशहित में प्रदेश वासियों को सेवायें देते रहे।संग़ठन के कर्मियों ने कहा कि
एंबुलेंस पर दी जा रही सेवा की संख्या में जबरदस्ती कर्मचारियों से बढ़ोतरी करवाई जाती है। फर्जी तरीके से मेंटेनेंस में भी घोटाला डीजल में भी घोटाला कर्मचारी भविष्य निधि में घोटाला जिसका नोटिस भी कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय से इनको दिया गया है माननीय स्वास्थ्य मंत्री ने कंपनी के फर्जी केसों जांच कराई जो रिपोर्ट अभी तक स्वास्थ विभाग ने नहीं दी।
गरीबी, बेरोजगारी व भुखमरी से जूझ रहे कर्मियों की प्रमुख प्रमुख मांगे
1- भर्ती के नाम पर EMT से 45 हजार ड्राइवर से 25 हजार की डीडी कंपनी लेती है इस पर रोक
लगाया जाये।
- अनैतिक रूप से धरने के दौरान निकाले गये सभी कर्मचारियों को वापस वेतन सहित डियूटी पर
रखा जाय। - धरने के दौरान कर्मचारियों पर दर्ज किये गये मुकदमें वापस लिये जाये।
- 25 सितंबर 2019 में संस्था संगठन के द्वारा श्रम विभाग में किया गया समझौता लागू कराया जाए
- ग्रीन हेल्थ ई एम आर आई सर्विस (GVKEMRI) के द्वारा किए जा रहे फर्जीवाड़े की जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए व उचित कार्रवाई की जाए।
- पिछले 10 साल से लगातार काम कर रहे हैं तब उम्र थी 22 वर्ष आज 32 वर्ष हो गए कई साथी हमारे 40 के पार है उनके भविष्य की जिम्मेदारी कौन लेगा हम सब के भविष्य को सुरक्षित किया जाए