गरीब की बेटी ने रचा इतिहास क्षेत्र व जिले का नाम किया रोशन लोगों ने दी बधाई
1 min readराजमिस्त्री की दूसरी बेटी छाया साहू का भी गोरखपुर स्पोर्ट्स कॉलेज में हॉकी के लिये किया गया चयन
बांदा
जनपद की बिटिया ने रचा इतिहास लखनऊ स्पोर्टस कॉलेज की तरफ आई फाइनल सूची में गोरखपुर स्पोर्ट्स कॉलेज के लिये बाँदा सदर के अन्तर्गत जेल रोड़ शम्भूनगर निवासी रामबहोरी उर्फ बल्लू साहू जोकि राजमिस्त्री का कार्य करके बच्चों को शिक्षा दिलानें के साथ -साथ स्पोर्ट्स स्टेडियम पर हॉकी खेल का प्रशिक्षण दिलाने का कार्य कर रहे थे । विगत दिवस की दिनाँक 20-जुलाई-2024 को उनकी दूसरी बेटी छाया साहू का भी स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर में हॉकी खेल के लिये चयन हो जानें की सूचना प्राप्त हुई । यह फाइनल सूची खेल ट्रायल,मेडिकल परीक्षण व अन्त में कागजों का सत्यापन के उपरान्त तीन चरणों को पार करनें के पश्चात् आई है । जिससे परिवार के साथ-साथ पड़ोसियों में भी खुशी की लहर है और भाई दौड़कर अपनी लाड़ली बहन छाया के लिये फूलमाला और मिठाई लेकर आया फिर वहाँ पर मौजूद सभी नें बहन छाया साहू को मिठाई खिलाकर और फूलमाला पहनाकर चयन की बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित की । इस दौरान माता अर्चना साहू पिता रामबहोरी उर्फ बल्लू साहू,दादी शान्ति देवी,भाई विकास साहू के साथ पड़ोसी बृजराज प्रजापति,शुभम शुक्ला,माया निषाद,सोनी देवी,व अनामिका शुक्ला आदि मौजूद रहे ।
चयन हो जानें की जानकारी के पश्चात् ही सभी तैयारियाँ करके माँ अर्चना साहू ने बेटी छाया साहू को लेकर बाँदा से गोरखपुर पहुँचकर दिनाँक 23-जुलाई-2024 को प्रवेश करा दिया गया।
आपको विस्तार से अवगत करा दें कि विगत वर्ष इनकी बड़ी बेटी मानसी साहू का भी चयन स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर में हॉकी खेल के लिये चयन किया गया था । वहीं बच्चियों के प्रशिक्षक रईस अहमद जी का कहना है कि दोनों ही बच्चियाँ हॉकी खेल में अत्यन्त ही अव्वल हैं जिन्होंने अपनी अथक मेहनत, माँ – पिता के स्वतंत्र सहयोग,हमारे द्वारा दी गयी कोचिंग व अपनी अटूट लगन के दम पर लगातार दूसरे वर्ष हॉकी खेल में चयन पाकर अपनें साथ-साथ अपनें मा-बाप,गुरुजन,व जिले का नाम रौशन करनें का कार्य किया है। हमें इन दोनों ही बच्चियों पर अत्यन्त ही गर्व हो रहा है । सबसे खास बात आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बहुत ही कम समय में दोनों बहनों ने बालकों के बीच में खेलते हुए यह मुकाम हासिल किया। अब हम आप सभी जिले वासियों को इन दोनों बच्चियों के लिये ईश्वर से प्रार्थना करके आशीर्वाद देने की कामना करना चाहिये कि जल्द ही यह दोनों बच्चियाँ उत्कृष्ठ प्रशिक्षण प्राप्त करके राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनें और देश व दुनियाँ में बाँदा जिले का प्रतिनिधित्व करें ।
आगे बच्चियों के पिता जी ने बताया कि
उनको अपनें बच्चों व उनकी मेहनत पर गर्व हो रहा है इतना कहते हुए कहते हैं कि आज ईश्वर नें मेरी मेहनत का फल बच्चों के द्वारा लगातार सफलताएं अर्जित करके जो खुशी का अहसास दिया है,उसको मैं शब्दों में बयाँ नहीं कर सकता । बस ईश्वर से प्रार्थना है कि ऐसे बच्चे और सफलताएं हर घर को दें जैसे हमें दी हैं ।
वहीं बच्चियों की माता अर्चना साहू की बात करें तो वह एक साधारण परिवार की एक नाममात्र आठवीं कक्षा तक शिक्षित,गृहणी महिला के साथ-साथ एक कुशल परिवार पालक हैं । जिन्होंने परिवार का निर्वहन करनें के साथ-साथ बच्चों की उचित शिक्षा व खेल के साथ में विशेष खान-पान का ध्यान रखा । इतना ही नहीं जहाँ-जहाँ पर बच्चियों को साथ की जरूरत पड़ी वहाँ पर उनकी माँ सदैव एक दोस्त बनकर उनको ट्रायल दिलाने,मेडिकल करानें व दस्तावेज सत्यापन के साथ तमाम कार्यों को सफल तरीके से करके एक जागरूक महिला होनें का सदैव परिचय दिया । इतना ही नहीं इन्होंने अपनें पति के कंधे से कंधा मिलाकर एक छोटी सी परचून की दुकान रखकर परिवार का पालन-पोषण करनें में पति का भी हमेशा बराबर का साथ दिया । आज दोनों की अथक मेहनत से तीन बच्चों (एक बालक व दो बालिका) में से दोनों बालिकाओं का हॉकी में चयन हो गया है । जिसकी पूरे परिवार व रिश्तेदारों को अत्यन्त खुशी है ।