ट्रेन के कोच से फिसल कर पहिये और ट्रैक के बीच गिरी महिला, रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने बचाई जान
1 min readअयोध्या धाम जंक्शन पर बची महिला की जान।
अयोध्या
ट्रेन के कोच से फिसल कर पहिये और ट्रैक के बीच गिरी महिला, रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने बचाई जान अयोध्या धाम जंक्शन पर ट्रेन के कोच से फिसल कर पहिये और ट्रैक के बीच एक गिरी महिला यात्री गिर गई। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों में समय रहते महिला को बचा लिया। महिला आंध्र प्रदेश से अयोध्या दर्शन के लिए आयी हुई थी। दर्शन के बाद वह पति के साथ बनारस जा रही थी। महिला आरपीएफ के उप निरीक्षक जितेंद्र यादव और प्रधान आरक्षी गुरुमीत सिंह नें महिला चेन पुलिंग कर बचा लिया। ट्रेन रोकने में 20 से 25 सेकंड लगे, और इसी बीच जोखिम उठाते हुए गुरुमीत ने ट्रेन के नीचे पहुंच कर महिला यात्री को सुरक्षित कर लिया। गुरुमीत को देख कुछ अन्य लोग भी मौक़े पर पहुंच गए। इस दौरान महिला को मामूली छोटे आयी। निरीक्षक यशवंत सिंह महिला को लेकर उपचार के लिए श्रीराम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के बाद उन्हें बनारस के लिए रवाना कर दिया गया। आंध्र प्रदेश की रहने वाली पद्मावती आंध्र प्रदेश के विजयानगरम गुविपेट्टा डेंकड़ा निवासी 57 वर्षीय पद्मावती अपने पति वेंकटर मन्ना के साथ रामलला का दर्शन करने के लिए अयोध्या आईं थीं। गुरुवार को दर्शन के पश्चात उन्हें काशी जाना था। इसके लिए वह ट्रेन पकड़ने अयोध्या धाम जंक्शन पहुंची। सामान्य टिकट लेकर दंपती ट्रेन के शयनयान कोच में पहुंच गए। यहां उपस्थित यात्रियों ने उन्हें बताया कि उनका टिकट इस कोच के लिए अवैध है। उन पर अर्थदंड लग सकता है। इसके बाद दंपती कोच से उतरने लगे, लेकिन ट्रेन चल पड़ी। वेंकटर मन्ना तो ट्रेन से उतर गए, लेकिन पद्मावती कोच से उतरते समय फिसल कर ट्रेन के पहिये और ट्रैक के बीच गिर गईं। आरपीएफ के जवानों नें बचाई जान इसी बीच प्लेटफार्म पर तैनात आरपीएफ आरक्षी गुरुमीत की नजर पड़ी। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी। उप निरीक्षक जितेंद्र यादव और अन्य लोगों की मदद से महिला को ट्रैक से बाहर निकाला। उपचार के बाद महिला को टैक्सी से बनारस के लिए भेजा गया।