आवासीय स्वामित्व योजना हवा हवाई,घरौंनी के लिए दर दर भटक रहा दृष्टिहीन, भ्रष्टाचार में लिप्त है कर्मचारी अधिकारी
1 min readअमानीगंज ‘अयोध्या।
उत्तर प्रदेश में ग्रामीण आवासीय स्वामित्व योजना के अंतर्गत योगी आदित्यनाथ सरकार ने ग्रामीणों को ग्रामीण आवासीय अधिकार अभिलेख प्रदान करने की सेवा उपलब्ध की थी। मगर शासन के मंशा पर लेखपालों द्वारा पानी फेरा जा रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों को अपने घर का स्वामित्व प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है। ग्राम पंचायत खण्डासा के कई ग्रामीण तहसील एवं ब्लॉक का चक्कर काटते काटते थक गए मगर उन्हें अभी तक उनके घर का स्वामित्व प्रमाण पत्र नहीं मिला। ग्रामीणों द्वारा जब लेखपाल से फोन पर बात किया जाता है तो लेखपाल कहते हैं प्रमाण पत्र आज बांटा जाएगा कल बांटा जाएगा। परंतु अभी तक ग्रामीणों को प्रमाण पत्र नहीं मिल सका। शासन की मंशा है कि प्रत्येक ग्रामीण को उनके स्वामित्व का अधिकार मिले जिसका लोग आसानी से लाभ उठा सके। तहसील प्रशासन की ढीली रवैया के चलते अभी तक ग्रामीणों को घरौनी प्रमाण पत्र नहीं मिल सका। सूत्रों के मुताबिक ग्राम प्रधान के रिश्तेदार तथा कोटेदार विजय कुमार के पास लेखपाल द्वारा घरौनी के कागजात को वितरित करने के लिए पहुंचा दिया गया है। मगर कोटेदार द्वारा प्रमाण पत्र वितरित नहीं किया गया। वहीं नाम ना बताने के शर्त पर प्रधान के एक करीबी ने बताया कि घरौंनी प्रमाण पत्र को प्रधान प्रतिनिधि रामजी कौशल द्वारा वितरित करने से रोका गया है, वोट के अपेक्षा में अगले प्रधानी के चुनाव के नजदीक आने पर वितरित की जाएगी। खण्डासा गांव निवासी दृष्टिहीन भवानी प्रसाद ने बताया कि उन्हें प्रमाण पत्र की आवश्यकता होने पर लेखपाल ज्ञान प्रकाश दुबे से कई बार अपने स्वामित्व प्रमाण पत्र की मांग की गई मगर लेखपाल द्वारा कई बार गुमराह किया गया। पीड़ित भवानी प्रसाद ने बताया दृष्टिहीन होने के नाते उन्हें दोनों आखों से दिखाई नहीं देता वह तहसील और ब्लॉक का चक्कर नहीं काट सकते। थक हार कर दृष्टिहीन भवानी प्रसाद ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करते हुए घरौनी प्रमाण पत्र की मांग की जिस पर लेखपाल ज्ञान प्रकाश द्विवेदी ने घरौनी गतिमान होने की रिपोर्ट लगा दी। जबकि गांव के चंद लोगों को प्रमाण पत्र वितरित किया जा चुका है। वहीं ग्रामीणों की माने तो सुविधा शुल्क लेकर लोगों को स्वामित्व प्रमाण पत्र वितरित किया जा रहा है। स्वामित्व प्रमाण पत्र घरौनी वितरित न किए जाने से ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है।
इस मामले में जब उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर राजीव रत्न सिंह से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया यदि घरौनी वितरित नहीं की गई है तो इसका कारण पता लगाकर जल्द ही वितरित कराई जाएगी।