September 18, 2024

Awadh Speed News

Photo imeg

विधुत विभाग से परेशान उपभोक्ता संबंधित विभाग फोन स्विच ऑफ करने मे माहिर सारी रात अंधेरे मे कट रही जिंदगी

1 min read
Spread the love

हैरिग्टनगंज/अयोध्या

उपकेन्द्र विधुत विभाग के ढोल के भीतर पोल

हल्की बारिश में चरमराई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था,विधुत सप्लाई को लेकर खून के आंशू रो रहे उपभोक्ता संबंधित विभाग फोन स्विच ऑफ करने मे माहिर सारी रात अंधेरे मे कट रही रात

जब मिट्टी का तेल था तब बिजली की उम्मीद ग्रामीण ऐरिया मे नही की जाती थी लेकिन बेरहम सरकार आते ही कुर्सी पर बैठकर मिट्टी का तेल बंद करा दिया और ग्रामीण क्षेत्रों मे 18 घंटे लाइट देने का दावा ठोक दिया और धरातल पर सरकार का दावा फिल्म दामिनी मे शनी देओल के डायलॉग की तरह हो गया “जज ऑर्डर ऑर्डर करता रहेगा और तू पिटता रहेगा’ मतलब की सरकार लाख दावा करे की ग्रामीण क्षेत्रों मे 18 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जाये लेकिन जमीनी अस्तर पर काम कर रहे नुमाइंदे आज भी सरकार के आदेश को पलीता लगाने मे जुटे है सबसे बडी कमी और लापरवाही विधुत विभाग अवर अभियंता की ऐक्सचीयन की और अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग की है की लाखो खबरे प्रकाशित होने के बाद भी अपनी रवैया तो नही बदल रहे हैं लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ जरुर कर ले रहे हैं अब आप सोच रहे होगे की इतनी देर से खबर को पढ रहा हूं लेकिन ये समझ मे नही आया की आखिर मामला कहा का है तो चलो हम आपको बता देते हैं यह काबिले-तारीफ मामला जनपद अयोध्या के विधुत विभाग उपकेन्द्र हैरिग्टनगंज का है जहा पर जितनी तारीफ की जाय कम है इस उपकेन्द्र की खास बात यह है की यदि पता चल गया की हवा अयोध्या मे बहना शुरू हो गया है तो यहां पर पूरा फीडर आफ कर दिया जायेगा डर है की कही पूरा उपकेन्द्र उड़कर पश्चिम बंगाल न चला जाय,और रही बात वारिस की तो नांक पर एक बूद पडी न की लाइन मैन और एस एस ओ को जूडी आ जाती है और तुरंत पूरा फीडर बंद और जो लाइन मैन काम कर रहे हैं उनके कार्यो को देखकर पीला गंमछा लेकर उनका पैर छूने का मन करता है वो बेचारे क्षेत्र मे पैसा कमाने की जो दुकान खोल रक्खी है उसमे कोई कमी नही होने पाये बेसक पूरे क्षेत्र मे अंधेरा कायम रहे लेकिन अबैध चल रहे मोनो ब्लाक और अबैध कनेक्शन की किस्त बराबर टाइम पर आनी चाहिए दिन भर सप्लाई बहाल करते रहेगे और जब रात्रि होगी तो ग्रुप में मैसेज डाला जायेगा की फला लाइन मैन सट्डाउन लिया है लाइन फाल्ट है जल्द ठीक करके सप्लाई बहाल होगी दो घंटा बीतने के बाद फिर ग्रुम मे मैसेज पडता है की फीडर होल्ड हो गया अब मैसेज पडते ही ढेरो बधाईयां मैसेज ग्रुप मे आने लगते हैं लेकिन होल्ड केवल उपकेन्द्र पर हुवा है बाकी कयी मजरो की लाइट गुम है इतना सब करते करते सात आठ बज जाते हैं और क्या होता है उस मजरे की लाइट ठीक करने के बजाय वहा से केबिल उतार दी जाती है और मोबाइल आफ कर लिया जाता है यह कार्य लाइन मैन से लेकर उपर तक बैठे सभी अधिकारी कर्मचारी कर लेते हैं जिनकी मोबाइल आन है तो वो फोन उठाना मुनासिब नही समझते आलम यह होता है की कयी मजरे अंधेरे मे अपना कान खोजते रहते हैं बच्चे चारपाई पर लेटकर हाथ पांव मारते मारते पूछते रहते हैं की लाइट कब आयेगी तब घर वाले बच्चे को शान्त करने के लिए कहते हैं सो जाओ बेटा सब मर गये अब सुबह लाइट आयेगी
आइये अब सुबह मे लाइन मैन गाडी उठायेगे उस जगह जाकर चाय पीयेगे जहां लाइट दिये रहेगे वहा के लोग कुछ देर तारीफ की पुल बांधेगे वहां से निकलेगे तो उपकेन्द्र से मीटिंग करके वहां पहुचेगे जहा फाल्ट रहता है वहां सट-डाउन लेगे फिर बनाना शुरू करेगे जब फाल्ट ठीक कर लेगे तो कहेगे अब लाइन चालू करो और जैसे लाइट लगाई जायेगी उपकेन्द्र से तो जैसे सुहागरात मे जब पहली बार दुल्हन आती है और पती रात मे घूंघट उठाता है तो दुल्हन शर्माते हुए अपनी आंखों की पलक को एक बार उठाकर फिर नीचे पलक कर लेगी ठीक वैसे भी लाइट लुप्प से आकर और चली जायेगी यह प्रकिया लगभग दो घंटा चलता रहेगा और लाइन मैन की कडी इमानदारी की मेहनत के बाद लाइट होल्ड हो जायेगी और दो तीन घंटा चलेगी फिर रोस्टिंग मे लाइट कट जायेगी ऐसे होते होते सांय छे बज जायेगे फिर पता चला की लाइन फाल्ट मे है और मजे की बात तो यह है की जिनके ऊपर पूरा उपकेन्द्र की जिम्मेदारी है यानी अवर अभियंता वो बेचारे टाइम से डियूटी आयेगे जायेगे कौन सी लाइन चल रही है कौन सी बंद कोई फर्क नही पडता किसका फोन आ रहा है उसे नही उठाना है चाहे कही से कोई ट्रांसफर जलने की सुचना दे रहा हो चाहे आग लगने की कोई फर्क नही पडता यह हाल अवर अभियंता विद्युत विभाग हैरिग्टनगज
उपकेन्द्र का है अब बेमौसम हल्की बारिश यहां बिजली विभाग की तैयारियों की पोल खाेल कर रख दी बिजली आपूर्ति बाधित रहने से गांव के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *