शहर की उबाऊ भीड़–#हरे भरे वृक्षों का रोपण हो–# आकिब जावेद शिक्षक की स्वरचित रचना–#
1 min readबाँदा-
कविता
शहर की उबाऊ भीड़
और ये कंक्रीट के वन
एसी और कूलर के पेड़
जान लेने पर आ गए है।
मौसम वैज्ञानिकों ने
तापमान का कर लिया है आकलन
कह दिया है सभी से
एसी और कूलर के पेड़ो को काट कर
हरे – भरे वृक्ष का रोपण हों
जिससे मिल सके राहत।
जैसे मिलती है राहत
मिट्टी के घर में,
साल,नीम,पीपल,बरगद के वृक्षों के नीचे।
भौतिकता की अंधी आंधी ने
अंधा कर दिया है मानव को और
भूल गया है मानवता को मानव।
बन कर सारथी मानवता के
कर लो अब ये काम।
आक्सीजन बाबा का
स्वतः वृक्षारोपण अभियान अपनाओ-गर्मी से निजात शुद्ध आक्सीजन पाओ।
आकिब जावेद
स्वरचित/मौलिक
अपनी बात आमजनमानस तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम अवध स्पीड न्यूज
समस्त भारतवासियों से अनुरोध🙏-वृक्ष नहीं होंगे तो बादलों को कौन आमंत्रित करेगा-वृक्ष है -तो जल है🌧️आक्सीजन बाबा-रामकृष्ण अवस्थी-शिक्षा मित्र 🇮🇳 ( बेटा माँ भारती का)🇮🇳-प्राथमिक विद्यालय खुरहण्ड-क्षेत्र-महुआ जनपद -बाँदा (उत्तर प्रदेश) के स्वतः 🌳वृक्षारोपण अभियान को सभी आगे बढाएं🌳- एक सदस्य 🌳-एक वृक्ष स्वतः लगाएं🌳 ।। स्वतः गुठली बैंक बनाकर पौंध तैयार करें, 🌱एक दूसरे को पौंधा दान देकर 🌱धरा को हराभरा बनाएं🌱।। घर-घर तुलसी 🌿.हर घर तुलसी🌿।।🌽सेहत का राज-मोटा अनाज🌽।।🧘♂️योग को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं🧘♀️।।☔
संपर्क सूत्र-9695638703