स्पाइनल रोग से ग्रसित पीड़ित 22 माह के बच्चा शशांक पाठक की जान बचाने के लिए लोगों से लगाई मदद आश
1 min readजगदीशपुर अमेठी
जगदीशपुर निसूरा गांव निवासी 22 माह के मासूम शशांक पाठक पुत्र अक्षय पाठक को मदद की दरकार है मासूम बच्चे के पिता को करीब 20 दिन पहले स्पाइनल मस्कुलर एंट्रांपी नाम की घातक बीमारी का पता चला तो इलाज के लिए दिल्ली एम्स में ले गये। पिता अक्षय पाठक एक निजी कंपनी में सिविल इंजीनियर है मां रत्नेश्वरी पाठक ग्रहणी है परिवार मूल रूप से जगदीशपुर निसूरा अमेठी निवासी है पिता का कहना है कि डॉक्टरों ने बच्चों को बचाने के लिए खास इंजेक्शन जोलगेनेस्मा की जरूरत बताई है इसकी कीमत 17 करोड रुपए है पिता का कहना है कि इतनी बड़ी रकम जुटा पाना हमारे बस की बात नहीं है। सबकी मदद से जिगर के टुकड़े की जान बचा सकते हैं शशांक पाठक अपने पिता की इकलौती संतान है डॉक्टर का कहना है कि इस जेनेटिक रोग में शरीर में एस एम एन 1जीन कम हो जाता हैं। और मांसपेशियों का विकास रुक जाता है और सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। पीड़ित अक्षय पाठक ने सोशल मीडिया से मुखातिब होकर अपने इकलौते बेटे की जान बचाने के लिए जनता जनार्दन से लेकर विधायक, सांसद,समाज सेवियों से सहयोग की मांग की है।
