श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने नागपुर के शिव गर्जना टीम को दिया निमंत्रण दिखाएगी अपनी कला
1 min readचंपतराय ने दिया नागपुर के शिव गर्जना टीम को विशेष निमंत्रण
अयोध्या
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने नागपुर के शिव गर्जना टीम को निमंत्रण दिया है। यह निमंत्रण अपने आप में इसलिए भी खास है क्योंकि इन्हें रामनगरी अयोध्या में 24 जनवरी और 25 जनवरी को सामूहिक घोष गर्जना के लिए निमंत्रण दिया है।पहले भी नागपुर के शिव गर्जना टीम ने 20 नवंबर को अपनी टोली के साथ रामनगरी अयोध्या में चार-पांच स्थानों पर वाद्य यंत्रों के साथ सामूहिक गर्जना की थी। ऐसे में अब श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर वाद्य यंत्रों द्वारा सामूहिक रूप से अयोध्या में फिर से सामूहिक गर्जना करें। वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निमंत्रण के बाद शिव गर्जना ने अभ्यास शुरू कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार शिव गर्जना टीम में 250 लोग हैं। इनमें से 111 ढोल ताशा बजाने वाले कलाकार रामनगरी अयोध्या आएंगे। रामनगरी में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग धुन बजाएंगे। 24 से 25 जनवरी को राम मंदिर परिसर, हनुमानगढ़ी और रामनगरी के प्रमुख जगहों पर नागपुर की शिव गर्जना ढोल ताशा की टीम अपनी कला प्रस्तुत करेगी। इससे पहले भी नागपुर की शिव गर्जना टीम ने नवंबर महीने में रामनगरी अयोध्या में अपनी कला का प्रदर्शन किया था। इसी से प्रभावित होकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने उन्हें निमंत्रण दिया है। उनकी इस कला से प्रभावित होने के बाद उन्हें राम मंदिर लोकार्पण कार्यक्रम में ढोल बजाने के लिए निमंत्रण दिया गया है। इन युवाओं ने तीन धुनों का चयन किया है। यही धुन वह रामनगरी में बजाने वाले हैं।
बता दें कि शिव गर्जना की टीम ने 20 नवंबर 2023 के दिन रामनगरी अयोध्या में अपनी अपनी प्रस्तुति दी थी। 20 नवंबर को भी ट्रस्ट के चंपत राय ने ही उन्हें निमंत्रण दिया था। उनके निमंत्रण पर 20 नवंबर को टीम ने रामनगरी अयोध्या में अपनी कला की प्रस्तुति दी थी। उस दौरान सभी ने पूरी टीम की सराहना की। इस दौरान चंपत राय ने कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उन्हें यहां पर प्रस्तुति देना है। अभी तीर्थक्षेत्र से पत्र मिला है कि 22 तारीख को सुरक्षा की वजह से वह वहां पर इनका परफॉर्मेंस नहीं कर सकते हैं।इसलिए 24 और 25 जनवरी को ये कलाएं प्रस्तुत की जाएंगी। नागपुर के पोधारेश्वर राम मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद यह टीम नागपुर से निकलेगी। डेढ से 2 घंटे तक यह लोग वहां पर भी अपने वाद्य की प्रस्तुति करेंगे।