जांच टीम/एक्सईन प्रथम पर गंभीर आरोप,शिकायत कर्ता ने अभियोग दर्ज करने की मांग
1 min readमुख्य अभियंता ने कहा-शिकायत पत्र का कराएंगे सत्यापन।
गोण्डा। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता देवीपाटन मण्डल राम नरेश सरोज द्वारा दिनाँक 03.2.2022 के शिकायती पत्र पर सौंपी गई जांच के क्रम में एक्सईन राधेश्याम भाष्कर/जांच टीम अध्यक्ष द्वारा निरीक्षक कोतवाली नगर गोण्डा को संबोधित दिनाँक 04.10.2022 का कूटरचित व फर्जी शिकायत पत्र जांच आख्या रिपोर्ट में संलग्न कर आरोपियों का बचाने का प्रयास किए जाने का आरोप लगाते हुए शिकायत कर्ता द्वारा प्रदेश स्तर व जिला स्तर अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर जांच टीम अध्यक्ष के विरुद्ध अनुशासन हीनता सहित कूटरचना में सहयोग करने हेतु अभियोग दर्ज किए जाने की मांग उठाई है।
शिकायत कर्ता द्वारा दिनाँक 25 नवम्बर को उच्चाधिकारियों को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि दिनाँक-31.7.2023 व 02.8.2023 को मुख्य अभियंता को प्रार्थना पत्र देकर जांच टीम अध्यक्ष व आरोपी पंकज सिंह के मधुर संबंध की बात बताने के बावजूद भी जांच टीम अध्यक्ष को नही हटाया गया। जिसके बाद जांच टीम अध्यक्ष राधेश्याम भाष्कर द्वारा प्रार्थी से शपथ पत्र नोटरी लिया गया और उसके कई दिनों बाद लिखित बयान लेने के बाद कहा गया कि आपकी लिखावट नही मिल रही है, इसलिए आपका बयान कैमरे के सामने लिया जाएगा। यह सुनकर प्रार्थी द्वारा कैमरे के सामने बयान देने से मना कर दिया गया।जिसका परिणाम यह हुआ कि जांच टीम अध्यक्ष के षडयंत्र व सलाह पर विपक्षी संख्या-01 पंकज कुमार सिंह द्वारा कूटरचित तरीके से दिनाँक-04.10.2022 का शिकायती पत्र प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली नगर गोण्डा के नाम तैयार करके उस पर थाना कोतवाली नगर गोण्डा के नाम का कूटरचित मुहर लगाकर रिसीव कर्ता का फर्जी हस्ताक्षर बनवाकर जांच टीम अध्यक्ष को सौंप दी गई। जिसके क्रम में जांच टीम अध्यक्ष द्वारा सभी आरोपियों को क्लीन चिट देकर आरोपमुक्त कर दिया गया। जिस शिकायती पत्र के आधार पर आरोपियों को दोषमुक्त किया गया उस शिकायती पत्र का सत्यापन कोतवाली नगर गोण्डा से न कराए जाने से जांच टीम अध्यक्ष की मिलीभगत व अनुशासन हीनता उजागर हो रही है। इस संबंध में मुख्य अभियंता वितरण डॉ0 दीपक अग्रवाल का कहना है कि दिनांकित 04.10.2022 के शिकायती पत्र का सत्यापन कोतवाली नगर से कराया जाएगा यदि कूटरचित पाया जाता है तो समस्त दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज कराया जाएगा।