केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में सब-इंस्पेक्टर बने अरुण चौहान, ग्रामीणों का क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर
1 min readदारोगा बने बेटे को सैल्यूट करना चाहते हैं पिता,
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के सब-इंस्पेक्टर बनने का है अरुण चौहान का सपना
आगरा।
कहते हैं कि हर पिता अपनी संतान की सफलता का सपना संजोती है और जिस दिन वह सपना पूरा होता है वह दिन उस पिता के लिए सबसे बड़ा दिन बन जाता है, ऐसे में जब बेटा पिता के सामने उससे बड़े पद को हासिल करके आए तो पिता की खुशियां सातवे आसमां पर होती है. ऐसी ही खुशियों से सराबोर नजर आए जिला आगरा के छोटे से गांव के एक छोटे से किसान और पूर्व अध्यापक थे पिता, जिनका बेटा कंधे पर दो सितारे सजाए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के सब-इंस्पेक्टर बनकर घर लौटे तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा है।
मंगल आरती उतार कर किया भव्य स्वागत अब ना जाने वो पिता खुशनसीब है या फिर बेटा?…लेकिन जो भी इस तस्वीर को देख रहा है, वह गदगद हो रहा है. बेटा हाल ही में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में सब इंस्पेक्टर बना है और पिता पूर्व अध्यापक थे और एक छोटे से किसान हैं. बेटा जब खाकी वर्दी पहनकर पहली बार घर आया तो पूरा परिवार पलक पावड़े बिछाने को आतुर नजर आए।
किसान पिता ने सब इंस्पेक्टर बेटे के कंधे पर सजाए सितारे और उत्तर प्रदेश- राज्य के जिला आगरा, तहसील- एत्मादपुर, थाना- खंदौली के गाँव अगरपुर के श्री ठा.सतेंद्र सिंह चौहान जी के घर खुशियों का ज्वार उमड़ पड़ा है. ठाकुर का बेटा अरुण चौहान केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में एक साल की ट्रेनिंग लेकर जब पहली बार सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहन कर घर लौटे तो ढोल नगाड़ों के साथ पूरे परिवार ने उसका जोरदार स्वागत एवं अभिनंदन किया है. बीते दिनों ठा.अरुण चौहान का शपथ ग्रहण एवं दीक्षांत समारोह पासिंग आउट परेड की DAS0-96A एवं सेंट्रल ट्रैनिंग केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय, के, रि. पु. बल कोयंबटूर के दक्षिण भारत के तमिलनाडु के राज्य में स्थित जनपद कोयंबटूर ज़िले में आयोजित हुआ था।
ठा.अरुण प्रताप सिंह चौहान जी 25 साल की उम्र में पहले प्रयास में बने सब इंस्पेक्टर खाकी की वर्दी में पहली बार घर लौटने पर अरुण चौहान ने अपनी केप माता- पिता को पहनाकर अपनी खुशी को जाहिर किया है. सब इंस्पेक्टर अरुण चौहान ने सीमित आमदनी और ग्रामीण पृष्ठभूमि से होने के कारण संसाधनों का अभाव रहा है, स्कूल तक पैदल आना जाना और घर के काम में भी मदद करना। ऐसे माहौल में अरुण चौहान ने शिक्षा को ही आगे बढ़ने का जरिया बनाया। उन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा अपने जनपद जिला आगरा में टॉपटेन में स्थान बनाकर पास की। उसके बाद दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट डीम्ड यूनिवर्सिटी दयालबाग आगरा से डिप्लोमा ग्रुप-ए अथवा बी-टेक की सिविल इंजीनियरिंग से डिग्री प्राप्ति की बिना कोचिंग के पहली ही बार में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के सब-इंस्पेक्टर में उसका चयन, उसकी प्रतिभा, आगे बढ़ जीवन में कुछ करने की ललक, समर्पण… बाधाओं और बहानों को पीछे छोड़ सफलता की एक नई कहानी लिख रहे है। और महज 25 साल की उम्र में पहले प्रयास में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में सब-इंस्पेक्टर के पद पर सफलता हासिल की है।
गाँव का पहले थानेदार बने अरुण चौहान सब इंस्पेक्टर अरुण चौहान ने प्रवीण चौहान से खास बातचीत करते हुए बताते है कि वह अपनी ग्राम पंचायत के सीधे इस थानेदार पद को पाने वाले पहले युवा है अरुण चौहान केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में सब इंस्पेक्टर के पद पर पहली पोस्टिंग “दक्षिण कोशल” या छत्तीसगढ़ राज्य में सेवाएं देंगे. वह बताते हैं कि उन्होंने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है अथवा गाँव मैं अंग वस्त्र व फूलमाला पहनाकर भव्य स्वागत, वंदन एवं अभिनंदन किया। इस मौके पर कुँवर ठा.अमरजीत सिंह चौहान, कुँवर ठा.प्रवीण चौहान, ठा.प्रिया चौहान, ठा.मानवेंद्र चौहान, ठा.रिंकू चौहान एवं ठा.अभिषेक चौहान आदि मौजूद थे। संवाद