शिव मंदिर के बगल सटा कर खुला अंग्रेजी शराब का ठेका प्रशासन खामोश
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लखनऊ
जहां पर उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री बाबा आदित्यनाथ योगी जो भी फ़ैसला लेते हैं आन द स्पाट लेते हैं चाहे विपक्ष चिल्ला कर विरोध करे या मामले को कोर्ट ले जायें।
जैसे कवाड़ यात्रा पर दुकानों पर नेम प्लेट लगाना हो या अवैध निर्माण अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलवाकर सफाया करना हो।
लेकिन उन्हीं के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के क्षेत्र में रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल के चंद कदमों की दूरी पर ओवरब्रिज के नीचे ताल कटोरा कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शिव मंदिर से सटा अंग्रेजी शराब का ठेका ढहल्ले से चल रहा है।
जिस पर न नज़र पुलिस प्रशासन की पड़ रहा है न ही आबकारी विभाग के अधिकारियों की न ही सनातनी ठेकेदारो की।
यहां तक हम बात करें मीडिया की तो शायद उन्हें भी ऐसे खबरों से कोई मतलब नहीं है।
आज सावन का पहला सोमवार है आज हर हिन्दू बहन बेटियां मंदिर में भगवान शिव का पूजा पाठ करने जायेंगी अब जरा सोचिए कि इस शिव मन्दिर पर जानें में हिचकिचाहट महसूस होगी की नहीं।
कोई महिला कोई लड़की धूप दीप फूल दूध लेकर शिव मंदिर पर जायेगी तो वहां शराबी शराब पी रहे होंगे और नशे के हालात में उल्टी सीधी कमेंट कर दिए य कोई हरकत तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ये अपने आप में बड़ा सवाल है।
सवाल ये भी है कि वर्षों से खुले शिव मंदिर के बगल शराब ठेके से उत्तर प्रदेश सरकार अनजान क्यों है।
बगल में गढ़ी कनौरा पुलिस चौकी भी है जो आलमबाग कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आती है।
दो थानों के बार्डर पर शिव मंदिर के बगल अंग्रेजी शराब की ठेके से किसी को कोई आपत्ती क्यों नहीं।
यहीं बगल में मजार बना दिया गया होता तो अब तक हिन्दू मुसलमान कह कर मामला कोर्ट में चल रहा होता और दंगा फसाद तक नौबत आ सकती थी।
बाकी हमने अपनी जिम्मेदारी निभा दी अब शासन प्रशासन इस पर क्या क़दम उठायेगा ये देखने वाली बात होगी।