भूमि-नाली व संपत्ति से संबंधित छोटे-छोटे मामलों में पुलिस द्वारा गंभीरता से न लिए जाने के कारण जनपद में लगातार बढ़ रहा है अपराध का ग्राफ
1 min readअयोध्या,अंबेडकर नगर, बाराबंकी व अमेठी जिलों की अपेक्षा सुल्तानपुर टाप पर
भूमि-नाली व संपत्ति से संबंधित छोटे-छोटे मामलों में पुलिस द्वारा गंभीरता से न लिए जाने के कारण जनपद में लगातार बढ़ रहा है अपराध का ग्राफ,
फोटो सेशन व काग़ज़ी कोरम पूरा करने वाले थाना प्रभारियों के भरोसे जिले की कमान,लगातार अज्ञात लाश,मारपीट व चोरी की बढ़ी घटना,
अयोध्या/सुल्तानपुर
मंडल में बढ़ते अपराधों कि अगर समीक्षा की जाए तो पांचों जिलों के कप्तानों के साथ लगातार डीआईजी/आईजी व कमिश्नर की समीक्षा बैठक बराबर की जा रही है,लगातार जिले की कमान संभाले पुलिस कप्तान को अपराधों में कमी लाते हुए जनता से अच्छा व्यवहार करने की हिदायत दी जा है, परंतु उसके ठीक उलट कार्य होता दिखाई दें रहा है,अगर हम मात्र सिर्फ 2 साल की बात करें तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 2022 में दोबारा कमान संभालने के बाद से लगातार अयोध्या मंडल में अपराध का ग्राफ बढ़ा है।कागजी आंकड़ों में तो लीपापोती करके जिले के कप्तान वाह वाही लूटने में कामयाब हुए हैं,परंतु हकीकत तो यह है कि भूमि नाली व संपत्ति से संबंधित छोटे-छोटे मामलों में पुलिस द्वारा गंभीरता से न लिए जाने पर बाद में चलकर बड़े विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।जिसके कारण हत्या जैसे जघन्य अपराध का कारण बनता है।वहीं बार-बार एडीजी जोन लखनऊ,डीजीपी उत्तर प्रदेश द्वारा जिले के कप्तानों को सख्त एवं कड़े निर्देश देते हुए वांछित और इनामी अपराधियों की धर पकड़ में तेजी लाने के लिए कहा जाता है।पुलिस कप्तानों द्वारा अभियान चलाकर वाह वही तो लूटी जाती है परन्तु जिले में थानों की कमान संभाले बैठे थाना अध्यक्षों द्वारा अपराधियों की धर पकड़ एवं विवेचना के निस्तारण में तेजी नहीं दिखाई देती है।जिसके कारण हत्या जैसी घटना सामने देखने को मिलती है।वही अयोध्या मंडल में अगर सुल्तानपुर जनपद की बात करें तो महिला अपराध, हत्या , गुमशुदा व्यक्ति, चोरी-लूट, लावारिस लाश का मिलना लगातार बढ़ता जा रहा है। आपको बताते चलें कि सुल्तानपुर जनपद में बढ़ते अपराध के पीछे का एक यह भी कारण है कि सुल्तानपुर जनपद के बॉर्डर कई जिलों से जुड़े हुए हैं ऐसे में जौनपुर,अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़ , अमेठी, बाराबंकी व अयोध्या के अपराधी जिले में आते हैं, शरण लेते हैं व अपराध करके फरार हो जाते हैं, जिसकी वजह से लगातार भय की स्थिति बनी रहती है,अगर आंकड़ों को देखा जाए तो 2 सालों में जितने भी अपराध हुए हैं,अधिकतर मामलों में गैर जनपद के ही अपराधियों द्वारा जिले में अपराध कारित किया गया है, ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा पैदल ग्रस्त व पेट्रोलिंग पर भी सवाल खड़ा होता है,जहां एक तरफ लगातार पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा अपने थाना अध्यक्षों को अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पैदल ग्रस्त व पेट्रोलिंग का आदेश देते हैं तो वहीं इन थानाप्रभारियों के द्वारा कड़ाई से पालन न करने की वजह से लगातार जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है । सूत्र