कानून का भय खत्म-जनपद -बाँदा ,तहसील -अत्तर्रा . मौजा सेमरिया जदीद मे नाली.चकरोड को रातोंरात जे.सी.बी.से खुदवाकर किया कब्जा – प्रभावित किसान परेशान–#
1 min readमहुआ-09-जुलाई
उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री द्वारा ऐलान किया जाता है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालो को कतई बख्शा न जाय।समुचित कार्यवाही के अभाव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने से कुछ लोग कतई नहीं हिचकते । वैसे सुनने में आया है कि उपजिलाधिकारी अत्तर्रा व तहसीलदार अत्तर्रा द्वारा समस्त प्रकरणों मे तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है।जनपद बाँदा के, तहसील अत्तर्रा अंतर्गत ,मौजा सेमरिया जदीद मे गिरजाशंकर अवस्थी द्वारा नाली चकरोड कब्जामुक्त कराने के लिए तहसील दिवस में शिकायती पत्र उच्चाधिकारियों को दिया गया। उच्चाधिकारियों के आदेश के क्रम मे नाली संख्या-161.व चकरोड संख्या-162 का मौके पर स्थानीय लेखपाल रामशेखर द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया।गाटा संख्या-163 के काश्तकार अंकुर उर्फ सौरभ, अक्षांश उर्फ अमन को लेखपाल द्वारा बुलवाया गया।मौके पर पाया गया कि जेसीबी से नाली संख्या-161. व चकरोड संख्या-162 को अंकुर, अमन पुत्रगण संतशरण बाजपेयी द्वारा खुदवाकर अपने खेत में शामिल कर लिया गया है।यह चकरोड नाली गाटा संख्या 157 के दक्षिण दिशा में स्थित है।इतना ही नहीं नाली चकरोड के पूर्वी व पश्चिमी सिरा मे नाली चकरोड मे मेड नुमा मिट्टी डलवाकर पानी और आवागमन का मार्ग भी बाधित कर दिया गया है।लेखपाल द्वारा नाप कर बताया गया कि पूर्वी व पश्चिमी दोनों सिराओं मे तीन तीन गाठा का गाटा संख्या 157 की ओर अवैध कब्जा कर लिया गया है। मौके पर मौजूद नाली. चकरोड कब्जाधारी अंकुर व अमन बाजपेयी को तत्काल कब्जा हटाने के लिए लेखपाल द्वारा कहा गया।देखा जाएगा कब तक कब्जाधारियों द्वारा नाली चकरोड से कब्जा हटाया जाएगा या कौन सी कानूनी कार्यवाही कब्जा हटाने के लिए प्रशासन द्वारा अमल में लाई जाएगी।
पश्चिम से पूर्व की ओर नाली खुदाई की गई है लेकिन अचानक रातोंरात जेसीबी से नाली चकरोड मे कब्जा कर लेने के कारण आगे की खुदाई रूक गई हैं।बरसात में ऊपर के क्षेत्र का पानी कहाँ से बहेगा होगी बहुत बडी समस्या।