संगठन की अयोध्या जिला इकाई ने किया था कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि रहे प्रदेशाध्यक्ष व प्रदेश महामंत्री
1 min readपूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत पुलिस विभाग एवं पुलिस परिवार कल्याण संघ ने होलिका दहन के अवसर पर लार्ड कार्नवालिस व पुलिस एक्ट 1861 का किया दहन
संगठन की अयोध्या जिला इकाई ने किया था कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि रहे प्रदेशाध्यक्ष व प्रदेश महामंत्री
संगठन के सुल्तानपुर, बाराबंकी, अमेठी व अयोध्या के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता रहे कार्यक्रम में शामिल, पुतला दहन के साथ साथ हवन भी किया
अयोध्या।
पुलिस विभाग की लड़ाई के लिए पुलिस विभाग एवं पुलिस परिवार कल्याण नए तरीके और अंदाज से लडने का बीड़ा उठाया है। यूं तो संगठन पांच वर्षों से इंडियन पुलिस एक्ट 1861 व इस एक्ट के निर्माता लार्ड कार्नवालिस का पुतला दहन करता चला आ रहा है। किंतु इस बार नवीन और नौजवान प्रदेशाध्यक्ष डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” होलिका दहन के शुभ अवसर पर लार्ड कार्नवालिस व पुलिस एक्ट 1861 के दहन का तरीका भी नया है। डॉ गुड्डू को पिछले वर्ष होली के पर्व पर संगठन के संस्थापक नंदकिशोर पटवा द्वारा उत्तर प्रदेश इकाई का प्रवक्ता बनाया गया था इससे पहले वे संगठन के अयोध्या जिलाध्यक्ष थे। किंतु तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा की शिथिल कार्यशैली व संगठन के संस्थापक नंदकिशोर पटवा से बात विवाद करने के कारण गुड्डू को पिछले वर्ष 6 जून को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली,तब से डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” ने प्रदेश भर में संगठन को नई धार देने की कोशिश में लगे हैं और आज भी उनका प्रयास जारी है, यूं तो डॉ गुड्डू की उम्र करीब 44 साल है लेकिन उनकी कमेटी में युवाओं से लेकर अधेड़ और बुजुर्गी की कगार पर पैर लटकाने वाले लोग भी शामिल हैं।आज अयोध्या जिले के गांधी पार्क में होलिका दहन के अवसर पर लार्ड कार्नवालिस व पुलिस एक्ट 1861 के दहन का नया तरीका प्रदेशाध्यक्ष ने सबको दिखाकर चौंका दिया, दरअसल हुआ यूं कि प्रति वर्ष केवल पुतला दहन होता था किन्तु इस बार हवन के बाद पुतला व एक्ट दहन हुआ।हवन करने में प्रदेशाध्यक्ष डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” के साथ प्रदेश महामंत्री अमर बहादुर सिंह, अयोध्या जिलाध्यक्ष उमाशंकर तिवारी, उपाध्यक्ष रामनाथ मिश्र, सुल्तानपुर जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह”मोनू”शामिल थे हवन के आरंभ में मां भगवती व गणेश जी के एक एक श्लोक का उपयोग हुआ उसके बाद गुड्डू ने शुरू किया पुलिस एक्ट 1861 न समाप्त करने वाले स्वाहा, पुलिस मॉडल 2006 न लागू करने वाले स्वाहा, पुलिस विभाग की ड्यूटी आठ घंटे न करने वाले स्वाहा, पुलिस जवानों को अच्छे आवास न देने वाले स्वाहा, भ्रष्टाचार में डूबे सांसद, बिधायक, नेता स्वाहा,गौ हत्यारे स्वाहा,नारी जगत का सम्मान न करने वाले स्वाहा,अन्याई,अत्याचारी, दुराचारी स्वाहा,इस तरीके के मंत्रों का हवन में उच्चारण किया गया। जिससे साफ जाहिर होता है कि अब देश की जनता जागरूक होती जा रही है। और इस संगठन का मकसद तो पुलिस जवानों के लिए बहुत कुछ करने को है। एक सवाल के जवाब में प्रदेशाध्यक्ष डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” ने कहा अब देश अंग्रेजी हुकूमत नहीं है तो हमें देशी संविधान चाहिए। पुलिस जवान भी हमारे ही घर परिवार और समाज के हैं हमारे लिए 24 घंटे वर्दी में डटे रहते हैं इसलिए संगठन की मांग है कि पुलिस एक्ट 1861 व बार्डर स्कीम समाप्त हो, पुलिस जवानों की ड्यूटी आठ घंटे हो, तथा पुलिस जवानों को अच्छे आवास दिए जाएं। वेतन विसंगति दूर हो,प्रति जवान का वेतन पचास हजार रुपए से शुरुआत हो,क्यों कि पहले एक शिक्षक और सिपाही का वेतन बराबर था केवल एक रुपए का अंतर था किन्तु आज एक एसआई और शिक्षक का वेतन बराबर है सिपाही आधे पर है, जबकि शिक्षक केवल छः घंटे ड्यूटी करता है और सिपाही व एसआई आदि 24 घंटे ड्यूटी करते हैं आखिर अपनों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है,हम किसी प्रकार का अन्याय पुलिस के साथ नहीं होने देंगे।हमारा संगठन पुलिस हित में हमेशा लडता रहेगा।आज के कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” प्रदेश महामंत्री अमर बहादुर सिंह, के अलावा प्रांतीय सदस्य व अयोध्या मंडल प्रभारी गौरव श्रीवास्तव, अयोध्या जिलाध्यक्ष उमाशंकर तिवारी, उपाध्यक्ष रामनाथ मिश्र, सुल्तानपुर जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह “मोनू” प्रवक्ता हरेंद्र प्रताप सिंह,व बाराबंकी से अरविंद कुमार, रामशरण,विनय कुमार व संदीप कुमार तथा अमेठी से जिला प्रवक्ता अमर बहादुर निषाद,व अयोध्या से शिवाकांत तिवारी, वरिष्ठ समाजसेवी उदयराज सिंह तथा दीपक गुप्ता आदि समेत जहां संगठन से जुड़े पदाधिकारी जन दर्जनों की संख्या में उपस्थित थे वहीं मीडिया कर्मी भी बराबर साथ रहे। कार्यक्रम समापन के बाद प्रदेशाध्यक्ष व महामंत्री ने सभी वंधुओं का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद अदा किया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस एक्ट 1861 व लार्ड कार्नवालिस मुर्दाबाद के नारे लगाए गए साथ ही पुलिस की समस्याओं का समाधान न कराने वालों के लिए भी मुर्दाबाद के नारे लगे।