अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन हुआ ठगी का शिकार, अस्थाई राष्ट्रीय वरिष्ठ सचिव ने किया करीब ढाई लाख रुपए का घोटाला
1 min readअयोध्या
संस्थापक/अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष सदस्यता अभियान/अनुदान प्राप्त समेत कई पदाधिकारियों के एकाउंट फ्रीज अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन के संस्थापक/अध्यक्ष डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” ने जानकारी देते हुए बताया कि संगठन के अस्थाई राष्ट्रीय सचिव सुरेश पटेल जो गुजरात का निवासी है ने अक्टूबर 2023 में दो लोगों के नाम से सदस्यता/अनुदान की 25-25 हजार रुपयों की रसीद कटवाया और 5 जनवरी 2024 को सताधारा गुजरात के महंत श्री विजय बापू जी से दो लाख रुपए अनुदान लिया उसकी भी संस्थापक से रसीद कटवाकर जरिए फोन मंगा लिया, और सुरेश पटेल संस्थापक के एकाउंट पर मात्र 85 हजार रुपए भेजे।उसके बाद संगठन के संस्थापक ने महंत जी से संपर्क किया तो उन्होंने सुरेश पटेल के खाते पर जमा किए दो लाख रुपए की बैंक स्लिपों को संस्थापक के मोबाइल पर भेज दिया इसके बाद सुरेश पटेल बदसलूकी पर उतारू होकर संस्थापक से 85 रुपए वापस मांगने लगा संस्थापक/अध्यक्ष के अनुसार अस्वस्थता के कारण सुरेश पटेल से दो दिन का समय मांगा गया लेकिन सुरेश पटेल की बदजुबानी के कारण 14 जनवरी को संस्थापक ने सुरेश पटेल को संगठन के महासचिव दिलीप कुमार सिंह को निर्देश देकर बर्खास्त करा दिया,15 जनवरी को सुरेश पटेल ने सायबर क्राइम गुजरात में शिकायत कर दी जिसके कारण संगठन के महासचिव दिलीप कुमार सिंह का बैंक खाता व सदस्यता अभियान राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेश शर्मा का एकाउंट घाटे में चला गया और स्वयं संस्थापक के खाते को फ्रीज कर दिया गया।बताते चलें कि इस संगठन में सदस्यता शुल्क के लिए किसी पर विशेष दबाव नहीं रहता, अनुदान लेने का काम गुजरात से सुरेश पटेल ने आरंभ किया। जबकि इस संगठन को अभी तक कहीं से कोई लाभ नहीं मिला फिर भी संगठन के पदाधिकारियों में जोश देखने को मिलता है जब भी संस्थापक/ अध्यक्ष निर्देश होता है तो इस संगठन के पदाधिकारी पुलिस जवानों के हित में पत्रकारों के हित में व आम जनता के हित में धरना प्रदर्शन कर शासन प्रशासन को ज्ञापन देते रहते हैं करीब एक साल नौ माह पुराना यह संगठन देश के 16 राज्यों में हाबी है। अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन उपनिबंधक अयोध्या कार्यालय से पंजीकृत है लेकिन संगठन में पुलिस शब्द जुड़ा होने के कारण बैंकों ने इस संगठन का खाता नहीं खोला संस्थापक के अनुसार वे संगठन के बैंक खाते के लिए एचडीएफसी बैंक शाखा जगदीशपुर (अमेठी),आईसीआई बैंक शाखा रुदौली (अयोध्या)मुख्य शाखा पंजाब नेशनल बैंक अयोध्या, बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा हलियापुर (सुल्तानपुर) के चक्कर लगा चुके हैं तो कोटक महिंद्रा बैंक अयोध्या से भी वार्ता हुई लेकिन कोई न कोई बहाना बनाकर इन बैंकों में तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों ने बात को टाल दिया। यदि सुरेश पटेल द्वारा अनुदान के 85 रुपए यदि संगठन के एकाउंट पर आये होते तो आज ये स्थिति नहीं होती, फिलहाल यहां तो यही देखने को मिला कि सुरेश पटेल जो संगठन से निकाला गया है सबसे बड़ा जालसाज है और आरोप संगठन के संस्थापक पर लगा रहा है खुद ढाई लाख रुपए लेकर बैठा है और 85 हजार रुपयों के लिए उसने अपनी नीचता का परिचय दे दिया।एक संगठन का संस्थापक संगठन का संचालन कैसे कर रहा यह वही जानता है फिलहाल अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन के संस्थापक ने आईजीआरएस पोर्टल डीजीपी महोदय उत्तर प्रदेश से सुरेश पटेल के विरुद्ध कार्यवाई कराए जाने की मांग 21 जनवरी को की है किंतु अभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।