जब गायब रहते हैं पंचायत सचिव तो कैसे मिले योजनाओं का लाभ
1 min readहैरिग्टनगंज/अयोध्या
जनपद अयोध्या तहसील मिल्कीपुर क्षेत्र के हैरिग्टनगंज विकासखंड अंतर्गत लगभग 60 ग्राम पंचाते आती हैं और इनके संचालन के लिए शासन ने 13 सचिवों के हाथ मे 60 ग्राम पंचायत का भार सौंपा है जिसमें पंचायत सचिव यहां मुख्य कर्मचारी होते हैं इनकी मदद के लिए एक रोजगार सहायक भी नियुक्त है। साथ ही जनप्रतिनिधि के रूप में सरपंच। एक ग्राम पंचायत में तीन जिम्मेदारों के होने के बाद भी लोगों को हफ्तों तक सचिव के आने और विकास खंड के कार्यालय के खुलने का इंतजार करना पड़ता है। क्योंकि कार्यालय पर ताला जो लटका रहता है ऐसा भी नही है की सचिव साहब ग्राम पंचायत के भवन में बैठते है विकास खण्ड मे यह पता चलता है की सचिव साहब गांव मे जांच मे गये है और गांव मे पता लगता है की सचिव साहब तो गांव आये ही नही है और जब संपर्क किया जाता है तो आफिस के काम का हवाला देते हुए दोनो जगहो से गायब हुए रहते हैं ऐसे मे गांव के लोग मिले तो किससे मिले ऐसे मे योजनाओं का लाभ ग्रामीण नही पाते और न सचिव साहब का दर्शन हो पाता है आज शनिवार को विकासखंड हैरिग्टनगंज मे खण्ड विकास अधिकारी के द्वारा सुबह 10 बजे मीटिंग लिया गया जो मीटिंग लगभग 11 बजे तक थी इसके बाद खंड विकास अधिकारी समेत सभी सचिवों के कार्यालय में ताला लटक गया जिसका जीता जागता सबूत आप विजुअल के माध्यम से देख रहे हैं की सभी के कार्यालय मे ताला लगा है ऐसे मे सचिव न तो ग्राम पंचायत मे थे और न ब्लाक मे और ग्रामीण अपने कार्य के लिए आये दर दर भटकते मिले परिवार रजिस्टर में नाम बढाने के लिए आये राम सहाय,राम मिलन, व विधावती ने बताया की मै पिछले एक माह मे कयी बार चक्कर ब्लाक का लगाया लेकिन सचिव साहब के आफिस मे केवल ताला दिखा पूछने पर कहते हैं की ग्राम पंचायत की मीटिंग मे गये है और जब प्रधान से पूछता हूं तो कहते हैं की हमारी पंचायत मे कही मीटिंग तो नही है कही और गये होगे अब ऐसी स्थिति मे ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ कैसे मिलेगा राम भरोसे हैं ब्लॉक की सभी 60 ग्राम पंचायतों के खुलने का कोई समय निर्धारित नहीं है। पंचायत सचिव को निर्देश हैं कि वह ग्राम पंचायत में मुख्यालय में ही रहेगा,लेकिन ये मुख्यालय छोड़ दूरदराज बजारों में रहकर अपनी उपस्थिति देते हैं नियम के अनुसार जो कर्मचारी जहां से वेतन ले रहा है उसका मुख्यालय वहीं होना चाहिए, लेकि न पंचायतों में ऐसा नहीं हो रहा है। पंचायत सचिव का वेतन को ग्राम पंचायत से ही निकलता है, लेकिन न वह ग्राम पंचायत मे मिलते हैं और न विकासखंड में इस मामले पर खंण्ड विकास अधिकारी ऐ०के०मिश्रा से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो फोन नही उठा।
राकेश कुमार मिश्रा मंडल ब्यूरो