आनलाईन उपस्थिति से एतराज कभी भी संकट पैदा कर सकता है क्योंकि अब उनका क्या होगा जो स्कूल कम प्लाट बेचने,शेयर बाजार, नेटवर्किंग मे अधिक व्यस्त रहते थे।अच्छा हुआ देवपुरुष स्कूल महानिदेशक विजय किरन आनंद जी का ध्यान अभी इधर नहीं गया।
1 min readलखनऊ-
धन्य मनाइए कि सरकार और देवपुरुष स्कूल महानिदेशक विजय किरन आनंद जी को अभी यह पता नहीं है कि आनलाईन उपस्थित के लिए एतराज क्यों जताया जा रहा है।यदि उन्हें पता चल गया कि हमारे प्रायः शिक्षक अपनी स्कूल जिम्मेदारी के प्रति कम प्लाट बेचने, शेयर का काम करने, घर के किसी सदस्य के नाम आई डी लेकर नेटवर्किंग के माध्यम से उनका उत्पाद बेचने इतना ही नहीं कुछ जिलों में बीएसए कार्यालय के पास रेस्टोरेंट चलाने में मशगूल हैं।अगर ये बात पता चल गई और कहीं एसटीएफ को जांच सौंप दी गई तो क्या होगा।इसलिए नेताओं के बरगलाने मे न आकर ,आनलाईन उपस्थिति अपनाकर प्रदेश में एक मिशाल कायम किया जाय।-एतराज मे कोई न कोई राज जरूर छिपा है। आनलाईन उपस्थिति के निर्णय से वर्तमान में करोड़ों अभिभावकों की प्रसन्नता व दुआएं स्कूल महानिदेशक व सरकार के पक्ष में….#
सभी पर लागू नहीं..#