किसान समय पर उर्वरक नहीं मिलने पर खेती-पिछड़ने के डर में अधिक रकम देकर खरीदने पर मजबूर
1 min readजिले में नही थम रहा उर्वरक-डाई के ओवर रेटिंग का खेल
जिम्मेदार जानकर भी बने है अंजान,अन्नदाता बेहाल।
किसान समय पर उर्वरक नहीं मिलने पर खेती-पिछड़ने के डर में अधिक रकम देकर खरीदने पर मजबूर।
गोण्डा।
जिले में कृषि विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों के ढुलमुल रवैये के कारण उर्वरक-डाई के बिक्री में ओवर रेटिंग का काला खेल खुलेआम जारी है। बता दें कि कृषि विभाग द्वारा किसानों तक सही समय पर उर्वरक पहुंचाने के लिए जिले भर के समस्त साधन सहकारी समिति को उर्वरक की बिक्री करने पर कमीशन मिलता है। कमीशन से साधन सहकारी समितियों का पेट नही भर रहा और यह अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। जिले के मंगुरा सहित कई स्थानों पर साधन सहकारी समिति में उर्वरक की ओवर रेटिंग की जा रही है। अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में उर्वरक की ओवर रेटिंग शुरु कर दी गई है। कृषि विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों के ढुलमुल रवैये के कारण जिले में ओवर रेटिंग का काला खेल नही थम रहा है। इससे किसान भी समय पर उर्वरक नहीं मिलने पर मजबूरी में खेती-पिछड़ने के डर में अधिक रकम देकर खरीद लेते हैं, लेकिन कृषि विभाग के जिम्मेदार मूकर्शक बने हुए हैं। मंगुरा बाजार में स्थित सरकारी समिति में जब मीडिया की टीम पहुंची तो देखा कि वहाँ पर उर्वरक/डाई को खरीदने के लिए लोगों की भीड़ लगी है जब उनसे पूछा गया कि उर्वरक किस रेट में खरीद रहे हैं तो उनके द्वारा बताया गया है कि 1360 रूपये में हम लोगो को दिया जा रहा है। जब बोरी पर रेट देखा गया कि तो 1350 रुपये लिखा था। अब सवाल यह उठता है कि जिम्मेदारो की नज़र ओवर रेटिंग करने वालो पर क्यों नही पड़ रही और कोई कार्यवाही क्यों नही की जा रही है।