विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विधुत उप केन्द्र पर किया प्रदर्शन
1 min readसहानरपुर

ट्रांजैक्शन कंसल्टेंट की नियुक्ति की अवैधानिक प्रक्रिया से बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा व्यक्त करते हुए प्रदर्शन किया तथा 9 अप्रैल की रैली में निर्णायक संघर्ष का ऐलान किया है। आज विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आह्वान पर आज विद्युत कर्मचारियों ने चैक घंटाघर स्थित बिजलीघर पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पॉवर कार्पोरेशन प्रबंधन ने बिजली के निजीकरण हेतु जिस प्रकार अवैधानिक प्रक्रिया अपनाते हुए टेक्निकल और फाइनेंसियल बीड खोली है उससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा व्याप्त हो गया है। संघर्ष समिति ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति की धज्जियां उड़ाते हुए निजीकरण की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है जो बहुत ही गंभीर बात है। संघर्ष समिति बिजली पंचायत कर इसे आम जनता के सामने रख रही है। उधर आज कोलकाता में बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति (नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि बिजली के निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कंसल्टेंट नियुक्त करने की चल रही अवैधानिक प्रक्रिया को तत्काल निरस्त किया जाए।