सपा अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना,कहा- भाजपा राज में मीडिया के मनोबल के एनकाउंटर का हर हथकंडा अपनाया जा रहा
1 min readपूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना,कहा- भाजपा राज में मीडिया के मनोबल के एनकाउंटर का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।अखिलेश यादव ने कहा कि एक पत्रकार की हत्या और पत्रकारों को निर्वस्त्र करके पीटना मीडिया के मनोबल के एनकाउंटर का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि एक पत्रकार की हत्या,पत्रकारों पर दबाव बनाना,पत्रकारों को महीना बांधना,पत्रकारों पर एफआईआर कराना,पत्रकारों को निर्वस्त्र करके मारना,पत्रकारों को अवांछित पेयपान कराना, भाजपा राज में मीडिया के मनोबल के एनकाउंटर का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें कुछ लोग एक युवक को निर्वस्त्र करके पीटते नजर आ रहे हैं। वीडियो हमारपुर जिले का बताया जा रहा है। अखिलेश यादव के पोस्ट करने के बाद लोग इस पर कमेंट करके अपने-अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं।
इससे दो दिन पहले पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने फतेहपुर जिले में पत्रकार की चाकू से गोदकर हत्या के मामले में योगी सरकार को घेरा था। अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि उप्र में अतिभ्रष्ट शासन के चिराग के नीचे भ्रष्ट प्रशासन का अंधेरा नहीं, अंधेरगर्दी है। फतेहपुर में ANI के एक पत्रकार की चाकू-गोली मारकर की गई हत्या यूपी को भाजपा के शासनकाल में अंधेरनगरी बनाने में एक और काले अध्याय के रूप में जुड़ गई है।
अखिलेश यादव ने कहा था कि उप्र में जनता देख रही है कि किस तरह हर शहर, गली, मोहल्ले में जमीनों पर कब्जे, प्लाटिंग, रंगदारी-वसूली में भाजपाई लोग संलिप्त हैं। हर अपराध और गोरखधंधे के पीछे शासन से नालबद्ध संबंध रखने वाले भाजपा के ही गुर्गे हैं। भाजपा सरकार ने अपनी बेईमानी में पुलिस को पार्टनर बना लिया है। जो पुलिसवाले ईमानदारी-जिम्मेदारी से काम करना चाहते हैं, उन्हें केंद्रीय भूमिका से दूर भेजकर साइड लाइन कर दिया गया है।उप्र में अस्थायी पुलिस प्रमुख होने की वजह से जुर्म स्थायी हो गया है। पचासों पायदान नीचे के कनिष्ठों को वरिष्ठ पदों पर बैठाकर अच्छे पुलिस अधिकारियों से पदोन्नति के अवसर छीनकर उनका मनोबल तोड़ा गया है, इसीलिए उप्र में क़ानून-व्यवस्था की इतनी दुर्गत अवस्था है।