सबकी निगाहें मिल्कीपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव पर
1 min readअयोध्या
उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो चुके हैं। सत्ताधारी बीजेपी ने 9 में से 7 सीट पर जीत दर्ज कर ली है। सपा को सिर्फ 2 सीट पर ही संतोष करना पड़ा है। वहीं अब सबकी निगाहें मिल्कीपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव पर टिकी हुई है।
चुनाव आयोग मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीखों का एलान कभी भी कर सकता है। इस सीट को जीतने के लिए बीजेपी और सपा ने अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चर्चा है कि मिल्कीपुर सीट पर जनवरी महीने में उपचुनाव हो सकते हैं। समाजवादी पार्टी ने फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है जिसके विरोध को लेकर पार्टी के अंदर कई दिनों से कलह मचा हुआ है व मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी दो खेमे मे बटी नजर आ रही है। जबकि बीजेपी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ व चंद्रभान पासवान प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।इसी के साथ ही आजाद समाज पार्टी भी अपने प्रत्याशी को जल्द मैदान में उतर सकती है जानकारो का मानना है कि आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर रावण
मिल्कीपुर के किसी स्थानीय कद्दावर दलित युवा चेहरे पर दांव लगा सकते हैं। बहुजन समाज पार्टी के चुनाव न लड़ने से इसका सीधा फायदा आजाद समाज पार्टी को पहुंच सकता है यदि ऐसा होता है तो मिल्कीपुर के समीकरण बदले हुए नजर आएंगे। एवं मिल्कीपुर का चुनाव त्रिकोणीय होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।