हेपटाइटिस जैसी गंभीर बिमारी के विरूद्ध जंग जारी 2030 तक समूल नाश करने का लक्ष्य :- डां.विवेक कुंवर
1 min readहेपटाइटिस के विरूद्ध जंग जारी,2030 तक समूल नाश करने का लक्ष्य:डां.विवेक कुंवर
विश्व में 1.34 करोड़ हेपटाइटिस संक्रमितों की संख्या:डां एसके पांडेय
जनपद में हेपटाइटिस-बी के 35 और हेपटाइटिस – सी 23 कुल 58 मरीज है:डां.एसी गुप्ता
सुल्तानपुर
विश्व में हेपटाइटिस के मरीजों की संख्या जितनी तेजी के साथ बढ़ रही है,उतनी ही तेजी के साथ इस बीमारी को नियंत्रित करने का विश्व स्तर पर प्रयास भी किया जा रहा है,इसके लिए जनपद में गोष्ठियां आयोजित की जा रही है,एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम बनाकर हेपटाइटिस ए.बी सी.डी.और ई संक्रमित मरीजों का ईलाज किया जा रहा है,बीते सोमवार को मेडिकल कॉलेज में मुख्य चिकित्साधिकारी डां.एसके गोयल और ब्लडबैंक प्रभारी डां.आरके मिश्रा की मौजूदगी में हेपटाइटिस बीमारी के रोकथाम को लेकर एक गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें डां.विवेक कुंवर नोडल प्रोग्राम, डां.एसी गुप्ता नोडल उपचार और डां.एसके पांडेय नोडल जांच मौजूद रहे,डां एसी गुप्ता ने बताया की जिले में हेपटाइटिस संक्रमितों की संख्या 58 है,जिसमें हेपटाइटिस-बी 35 और हेपटाइटिस-सी 23 का उपचार किया जा रहा है,वही डां.एसके पांडेय ने बताया की विश्व में हेपटाइटिस संक्रमित मरीजों की संख्या 1.34 करोड़ पहुंच गई है, डां.पांडेय ने बताया की इसपर नियंत्रण के लिए विश्व स्तर पर काम हो रहा है,मुख्य चिकित्साधिकारी डां.एसके गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि 28 जुलाई को हम विश्व हेपटाइटिस-डे के रूप में मनाते है,उन्होनें कहा कि हमें लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संकल्पित भी होना होगा तभी हम भारत देश से हेपटाइटिस बीमारी को खत्म कर सकते है।वहीं ब्लडबैंक प्रभारी आरके मिश्रा ने कहा कि हेपटाइटिस संक्रमण के कई प्रकार है,जिनमें कुछ अधिक घातक होते है,इसके लिए प्रचार-प्रसार और जनजागरण बहुत आवश्यक है,अंत में नोडल प्रोग्राम डां. विवेक कुंवर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए लक्ष्य प्राप्ति के लिए संगठित प्रयास की बात कही।