आंख मूंदकर निर्णय लेने वाले अधिकारियों को बर्खास्त करने के लिए सीएम योगी से की मांग।
1 min readमहिला पत्रकार ने इनायतनगर थाना प्रभारी रहे अरुण प्रताप सिंह पर आंख मूंदकर निर्णय लेने वाले अधिकारियों को बर्खास्त करने के लिए सीएम योगी से की मांग।
अयोध्या
जनपद में एक और पत्रकार व चिकित्सक के उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आया है इस संबंध में भी 06/11/2023 को बाबा बाजार थाने में शिकायत हुई थी लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन पुलिस का सहयोगी जरुर है लेकिन लापरवाह पुलिस वालों के विरुद्ध आवाज उठाएगा पुलिस सहयोग संगठन का साथी नहीं पुलिस विभाग, संस्थापक के चरित्र पर लगाया दाग संबंधित थाने की पुलिस मौन। पीड़ित महिला पत्रकार नीलम सिंह पुत्री स्वर्गीय राम सिंह उर्फ रामू सिंह निवासी कुचेरा बाजार पलिया जगमोहन सिंह थाना इनायतनगर अयोध्या जनपद नगर की निवासिनी है श्रीमती नीलम सिंह के पिता राम सिंह एवं भाई बबलू सिंह के ऊपर सामने रहने वाले पट्टीदार अंकुर सिंह, विकास सिंह पुत्रगण वीरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह व उनकी पत्नी मंजू सिंह एवं विकास सिंह की दादी गिरिजादेवी सिंह उर्फ लंबरदारिन पत्नी स्वर्गीय जगदीश पाल सिंह और विकास सिंह की चाची नीतू सिंह पत्नी संजय सिंह सभी लोगों ने मिलकर पूर्व नियोजित साजिश के तहत् 17.9/23 को रात्रि 8 बजे के आसपास प्राणघातक हमलावर हो गये जिसमें पत्रकार नीलम सिंह के भाई को कम पिता जी को अधिक चोटें लगने से एम्बुलेंस द्वारा मिल्कीपुर सीएचसी जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज दर्शन से गम्भीर हालत में लखनऊ मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर केजीएमयू में रेफर कर दिया जहां पर इलाज के दौरान राम सिंह की 19/9/23 रात्रि को तड़प तड़प कर मौत हो गई जिसके सम्बन्ध में पत्रकार नीलम सिंह ने 20/9/23 को थाना इनायत नगर 21/9/23 को एसएसपी अयोध्या 25/9/23 को वा आईजी अयोध्या को लिखित सूचना दी गई तो आई जी अयोध्या की कड़ी फटकार पर 26/9/23 को मुकदमा पंजीकृत किया गया जिसका अपराध संख्या 435 है, पत्रकार नीलम सिंह ने बताया कि 2 माह निकल चुके हैं। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। पीड़िता नीलम सिंह व उनके पूरे शोकाकुल परिवार को अपराधियों द्वारा आये दिन जान से मारने की धमकियां मिल रही है जिसकी वजह से पूरे परिवार में भय व्याप्त है इसके बावजूद भी अभी तक न्याय नहीं मिला।
महिला पत्रकार नीलम सिंह ने डीएम अयोध्या से अनुरोध किया है कि आपके माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी न्याय दिलाने की कृपा करें। अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन ने पत्रकार नीलम सिंह के पिता की हत्या में जिलाधिकारी अयोध्या के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से चार सूत्रीयमांग किया है।
- राम सिंह उर्फ रामू सिंह के सभी हत्यारों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।
- थाना इनायतनगर प्रभारी अरुण प्रताप सिंह सीओ आशीष निगम दरोगा अजय पटेल अक्षय पटेल एसएसपी अयोध्या राजकरण नैय्यर जी को अपराधियों पर कठोर कार्यवाही न करने एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशो का उल्लघंन करने पर उन्हें बर्खास्त किया जाए।
3 . मृतक राम सिंह के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। - अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन के संस्थापक संस्थापक अंशुमान सिंह के चरित्र को लेकर बदनाम करने वाले भीमसेन मिश्रा पुत्र सुदामा प्रसाद व रामेश्वरी पत्नी सुदामा प्रसाद ग्राम पूरे बलऊ मजरे कसारी थाना बाबा बाजार जनपद अयोध्या के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्यवाही की कृपा की जाए और एक चिकित्सक के स्रोत बंद करने का मुआवजा उक्त भीमसेन मिश्रा व उनकी मां राममेश्वरी से डा अंशुमान सिंह को दिलाया जाए।
अब सीएम योगी द्वारा इस मामले में राम के राज्य में क्या कार्यवाही की जाती है ये आने वाला वक्त बताएगा। फोन पर वार्ता के दौरान अखिल भारतीय पुलिस सहयोग संगठन के संस्थापक/अध्यक्ष डॉ अंशुमान सिंह “गुड्डू” ने कहा हमें कानून पर पूर्ण विश्वास है लेकिन लापरवाह पुलिस वालों पर नहीं। इसलिए अभी शुरुआत किया है शीघ्र कार्यवाई न होने की स्थिति में मैं अपनी टीम के साथ आमरण अनशन पर बैठूंगा और कार्यवाई नहीं हुई तो उत्तर प्रदेश शासन जिम्मेदार होगा। आखिर क्यों किसी पीड़ित के साथ न्याय नहीं होता क्या इसी तरीके से जनता का उत्पीडन होता रहेगा और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहेगी, उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में पुलिसिया कार्यशैली में भ्रष्टाचार की बू आ रही है रामसूरत, अनिल कुमार, सूरज कुमार, रमेश पांडे, मनोज मिश्रा, अमरजीत पांडे, राजेश शर्मा, ओमकार मिश्रा, रवि शुक्ला, नेहाल अख्तर, महेश भाई सोलंकी, विजय कुमार यादव, अशोक सिंह, लालता प्रसाद, कुंवर बहादुर सिंह, प्रदीप सिंह, अमरजीत सिंह, राजेश निषाद, अमर बहादुर सिंह, रविंद्र कुमार, दिलीप चंद्र, शेषमणि दुबे