समयबद्धता व स्व अनुशासन की प्रथम सीढी आनलाईन टेबलेट द्वारा दर्ज की गई उपस्थिति-देवपुरुष स्कूल महानिदेशक विजय किरन आनंद के साथ करोड़ों अभिभावकों की दुआएं
1 min readलखनऊ
इस समय आनलाईन उपस्थिति के विरोध से अभिभावक व अच्छे अच्छे संभ्रांत लोग हतप्रभ है।समयबद्धता व स्व अनुशासन को मजबूत करने के लिए आनलाईन उपस्थिति जरूरी है।क्या आप प्रति दिन समय से नियमित स्कूल नहीं जाते हैं? क्या आप विद्यालय में बच्चों की वास्तविक उपस्थिति से अधिक हाजिरी मध्याह्न भोजन अभिलेखों में दर्ज करते हैं ? यदि विद्यालय समय से जाते हैं और बच्चों की उपस्थिति सही दर्ज करते हैं तो आनलाईन उपस्थिति का स्वागत होना चाहिए।विरोध देखकर लगता है हम कहीं न कहीँ गलत है।-देवपुरुष स्कूल महानिदेशक विजय किरन आनंद की शिक्षक/छात्र आनलाईन उपस्थिति की पहल काबिले तारीफ़-करोड़ों अभिभावकों की दुआएं महानिदेशक के साथ-जनपद बाँदा का प्राथमिक विद्यालय खुरहण्ड एकमात्र ऐसा विद्यालय जिन्होंने टेबलेट की माँग करते हुए टेबलेट से आनलाईन उपस्थिति का खुलकर समर्थन किया।-दुर्भाग्य है कि सम्मान के समय सच वहीं खडा रह जाता हैं और सम्मान किसी अन्य के खाते में दर्ज हो जाता हैं।-अदम्य साहसी विद्वान खंड शिक्षा अधिकारी क्षेत्र महुआ विनोद कुमार पटेरिया स्कूल महानिदेशक को मानते हैं अपना आदर्श-अभिभावक जानता है कि हमारे बच्चों का भविष्य सँवारने वाले खुद पर भरोसा न होने के कारण अपने बच्चों का भविष्य दूसरी जगह तैयार कराते हैं समाज में पुनः प्रतिष्ठा वापस पाने के लिए अपने बच्चों का दाखिला बेसिक विद्यालय में करायें।-बेसिक शिक्षा मे निपुण लक्ष्य यदि ससमय पूरा नहीं होता तो कहीं न कहीं हम पर प्रश्नचिंह लगेगा इसके लिए पूर्ण मनोयोग से जुटने की जरूरत–बेसिक शिक्षा विभाग में वर्तमान समय में विभागीय नियम की अनदेखी करना या विरोध करना परंपरा बनता जा रहा है।अभिभावक इससे पीड़ित नजर आ रहा है और अधिकतर अभिभावक बच्चों को स्कूल न भेजने का मन बना रहे है।