सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के बारे मे वार्ता कर किया जागरूक दिलाई शपथ
1 min readअयोध्या
सड़क सुरक्षा अभियान
श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या श्री राजकरन नय्यर द्वारा यातायात माह का किया शुभारम्भ। आमजन मानस, छात्र/छात्राओं, वाहन धारको को एकत्र कर सड़क सुरक्षा एंव यातायात नियमों के बारे मे वार्ता कर किया गया जागरूक। यातायात नियमों को पालन करने की दिलायी गयी शपथ। अयोध्या पुलिस द्वारा चलाया जायेगा व्यापक यातायात सड़क सुरक्षा माह अभियान।
- वाहन पार्किंग का रखे विशेष ध्यान
प्रत्येक वाहन चालक को अपने वाहन को वाहन पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान पर ही पार्क करना चाहिए। इससे ना सिर्फ आपका वाहन सुरक्षित रहेगा अपितु अन्य वाहन चालकों और राहगीरों को भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त यहाँ-वहाँ बिना पार्किंग के कारण खड़े किये गए वाहनों से जाम की समस्या भी उत्पन होती है ऐसे में जाम से निजात के लिए भी निर्धारित पार्किंग में वाहन लगाना आवश्यक है। - निर्धारित लेन में ही चलाएँ वाहन
हमे हमेशा अपने निर्धारित लेन में ही वाहन चलाना चाहिए। ऐसे करने से ट्रैफिक का संचालन आसानी से होता है। वही शॉर्टकट या जल्दबाजी के चक्कर में आप अगर अपनी लेन बदलते है तो ना सिर्फ इससे दुर्घटना की सम्भावना बढ़ जाती है अपितु दूसरे लोगो को भी नुकसान पहुँच सकता है। - ओवरटेक से बनाएँ दूरी
सड़क पर अकसर हम दूसरे वाहन को जल्दबाजी के चक्कर में ओवरटेक करने के प्रयास करते है। ऐसा करने से दुर्घटना होने की सम्भावना कई गुना बढ़ जाती है। अधिकतर दुपहिया वाहनों की दुर्घटना का कारण अनावश्यक ओवरटेक करना ही है ऐसे में ओवरटेक से दूरी बनाए रखना ही बेहतर विकल्प है। ओवरटेक हमेशा दायीं ओर से एवं ड्राइवर द्वारा ओवरटेक करने के लिए संकेत देने के पश्चात ही करें। - नो एंट्री का रखे ख़ास ख्याल
जब भी रोड निर्माण, रोड मरम्मत, नाली-निर्माण, पाइपलाइन बिछाना या अन्य प्रकार से निर्माण कार्य चलते है तो ऐसी जगहों पर सम्बंधित विभाग द्वारा नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है। कई लोग इन चेतावनियों के बावजूद भी इन जगहों पर वाहन ले जाते है जो की खतरनाक हो सकता है ऐसे में नो एंट्री के बोर्ड का ख़ास ख्याल रखे। - सीट बेल्ट, हेलमेट का प्रयोग है जरुरी
वाहन चलाते समय प्रायः हमे सीट बेल्ट या हेलमेट पहनने की सलाह दी जाती है परन्तु इन चेतावनियों के बावजूद भी लोग इन नियमो का पालन नहीं करते है। सीट बेल्ट और हेलमेट वाहन चलाते समय महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण है और दुर्घटना होने पर चोट लगने की सम्भावना को कई गुना कम कर देते है। - सिर्फ जरुरी होने पर ही बजाएँ हॉर्न
कई लोग वाहन चलाते समय अनावश्यक रूप से हॉर्न बजाते रहते है। इससे ना सिर्फ दूसरे वाहन चालकों का ध्यान भंग होता है अपितु वाहन दुर्घटना होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त अनावश्यक हॉर्न बजाना ध्वनि प्रदूषण को भी बढ़ावा देता है ऐसे में आपको सिर्फ बहुत अधिक आवश्यकता होने पर ही हॉर्न बजाना चाहिए। - अपनी लेन में चलाएँ वाहन
हमेशा अपनी लेन में ही वाहन चलाएँ। अनावश्यक रूप से लेन बदलने से आपके पीछे चल रहे वाहन चालक कंफ्यूज हो सकते है और दुर्घटना की सम्भावना भी प्रबल हो जाती है। इसलिए हमेशा अपनी निर्धारित लेन में ही वाहन चलाएँ। - गति पर रखें नियंत्रण
निर्धारित सीमा से अधिक गति का होना ही सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण है। हमारे देश में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएँ ओवरस्पीड की वजह से ही होती है यही कारण है की गति सीमा से सम्बंधित साईन बोर्ड आपको प्रायः सभी जगहों पर देखने को मिल जायेंगे। ऐसे में जरुरी है की हम अपनी वाहन गति हमेशा निर्धारित सीमा में ही रखे और ओवरस्पीड एवं रश ड्राइविंग से दूर रहे। - गाड़ी चलाते समय BIS मानक वाले हेलमेट ही पहनें।
- 4 पहिया वाहन चलाते समय हमेशा सीटबेल्ट लगायें।
- निर्धारित गति से ज्यादा तेज वाहन न चलायें।
- वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें।
- शराब पीकर या नशे की हालत में गाड़ी न चलाएं।
- सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने में सदैव तत्पर रहें।
- घर पर परिवार इंतेजार कर रहा है इसलिए सुरक्षित व सावधानी से वाहन चलाएं।