पुलिस पर लगा हत्यारोपियों को संरक्षण देने का आरोप
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एक वर्ष से फरार चल रहे तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार नही कर पा रही पुलिस
अफसरों के चौखट तक पहुंची पीड़ित की फरियाद भी बेमानी
अयोध्या
जिले के इनायतनगर थाना प्रभारी पर बड़ा आरोप लगा है।ये आरोप अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए संघर्षरत पत्रकार नीलम सिंह ने लगाया है।इनका कहना है कि एक वर्ष हो गए उनकी पिता की हत्या हुए और यहां के थाना प्रभारी नामजद चार ह्त्यारोपियों में से तीन को अब तक गिरफ्तार करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रहे।इन्होंने अफसरों से इसकी शिकायत भी की है।
आपको बता दें कि इनायतनगर थाना क्षेत्र के पलिया जगमोहन सिंह कुचेरा गांव के बहुचर्चित राम सिंह की हत्या के मामले में पीड़िता पत्रकार नीलम सिंह की तहरीर पर विकास सिंह सहित चार ह्त्यारोपियों के विरुद्ध एक वर्ष पूर्व मुकदमा दर्ज हुआ था।मामले की विवेचना करते हुए क्राइम बांच टीम के उपनिरीक्षक ने एक वर्ष बाद एक हत्यारोपी को गिरफ्तार कर अपने कर्तब्यों की इतिश्री कर ली।शेष अन्य तीन हत्यारोपी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है।जिन्हें पकड़ने के बजाय पुलिस उस पर मेहरबान है।आपको बता दे कि जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण ढंग से समयावधि के भीतर निस्तारण करने में प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल करने वाला इनायतनगर थाना की पुलिस हत्या जैसे हीनियस क्राइम को लेकर संवेदनशील नही दिख रही।यहां की पुलिस की करतूत तो देखिए पीड़िता द्वारा शिकायत के एक माह के बाद भी न तो फोन आया न ही किसी प्रकार की कोई कार्रवाई की गई।ऐसे में पुलिस टीम पर सवाल उठना लाजिमी हो गया है।आपकों बता दे कि अयोध्या पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के दावों को लेकर महिला सुरक्षा, महिला शशक्तिकरण के पांचवे फेज का कार्यक्रम थाना वा स्कूलों में जरूर करवा रही है जो कि सोशल मीडिया में छाया भी हुआ है परंतु हकीकत देखा जाय तो अयोध्या पुलिस अपराध नियंत्रण में पूरी तरह से असफल है।रामसिंह हत्याकांड की विवेचना कर रहे विवेचक क्राइम ब्रांच अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए हमने इनायतनगर थाना प्रभारी देवेंद्र पांडे को दो बार लिखकर भी दे चुके हैं।अब वे तीनों ह्त्यारोपियों को क्यों नहीं गिरफ्तार कर रहे है यह तो वहीं बताएंगे।इस संबंध में हनुमान भक्त कहे जाने वाले इनायतनगर थाना प्रभारी देवेंद्र पांडे से जब पत्रकारों ने पूछना चाहा तो या तो फोन काट देते हैं वा उनका नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल देते हैं। उक्त प्रकरण बारे में एसपी ग्रामीण वा एसएसपी अयोध्या से बात की गई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला न ही एसपी ग्रामीण और न ही एसएसपी अयोध्या का फोन उठा। ऐसे में गैर जिम्मेदार अयोध्या पुलिस से न्याय की क्या ही उम्मीद रखी जाए। जो कि क्षेत्र में चर्चा का विषय बन हुआ है। ऐसे में अयोध्या पुलिस योगी सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उक्त मामले में भारतीय गौरक्षा सेना के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज साबरी ने कुछ दिन पूर्व थाना प्रभारी इनायतनगर देवेंद्र पांडे को राम सिंह हत्याकांड में शामिल फरार चल रहे तीन हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी करने की बात कही थी जिस पर फोन कट करने के बाद दबंग थाना प्रभारी देवेंद्र पांडे ने भारतीय गौरक्षा सेना के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज साबरी के मोबाइल नंबर को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया,जबकि हकीकत तो यह बयान कर रही है कि अपराधी घर पर मौजूद हैं फिर भी थाने की पुलिस मामले में अपराधियों को संरक्षण प्रदान कर रही है जब देश के चौथे स्तंभ पत्रकारों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार हो रहा है तो आम जनता के साथ कैसा व्यवहार होता होगा आखिर कब तक ऐसा होता रहेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।।