मिल्कीपुर उपचुनाव का महासंग्राम,भाजपा से बदला चुकाने के लिए सपा ने बदला दांव,सारी लड़ाई का फोकस अब बूथ पर
1 min readमिल्कीपुर में उपचुनाव का महासंग्राम,भाजपा से बदला चुकाने के लिए सपा ने बदला दांव,सारी लड़ाई का फोकस अब बूथ पर
अयोध्या।उत्तर प्रदेश में हाल ही में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए।उपचुनाव में सपा केवल दो सीटें ही जीत पाई।सपा अब मिल्कीपुर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी से बदला चुकाने के लिए बड़ी उम्मीद बांधी हुई है।खास तौर पर मिल्कीपुर उपचुनाव का महासंग्राम सपा की प्रतिष्ठा की लड़ाई का गवाह बनेगा।भाजपा की जोरदार तैयारियां देखते हुए मिल्कीपुर को जीतने के लिए सपा के सामने मुश्किलें काफी बढ़ गईं हैं।चुनाव आयोग मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की घोषणा कभी भी कर सकता है।
बटेंगे तो कटेंगे और पीडीए के मैदान में अब मिल्कीपुर में उपचुनाव लड़ा जाना है।ऐसे में सपा के लिए पीडीए को एकजुट रखना सबसे मुश्किल काम है,क्योंकि कटेहरी,कुंदरकी दोनों सीटों पर सपा की करारी हार का सामना करना पड़ा है।नए प्लान के तहत अब सपा ने मिल्कीपुर में बूथ मैनेजेंट पर खास जोर दिया है।कुंदरकी, कटेहरी, मीरापुर की हार से सबक लेते हुए सपा सारी लड़ाई बूथ पर फोकस करने पर लगाने की तैयारी शुरू की है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव जल्द मिल्कीपुर का दौरा करेंगे।
सपा दो कारणों से मिल्कीपुर को अपनी झोली में लाने की कोशिश में है।मिल्कीपुर से सपा की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई है।मिल्कीपुर में सपा ने फैजाबाद से पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया है।फैजाबाद से सांसद चुने जाने से पहले अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से विधायक थे। ऐसे में न केवल सपा बल्कि खुद अवधेश प्रसाद के लिए अपने बेटे को जिताना बहुत अहम है।सपा मुखिया अखिलेश यादव ने फैजाबाद लोकसभा से हुई जीत को देशभर में खास तौर पर प्रचारित किया और अवधेश प्रसाद को सपा के पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश किया।लोकसभा में अवधेश प्रसाद को अपने बगल में बिठा कर अखिलेश यादव खास संदेश देते हैं।
ब्राह्मण और दलित बाहुल्य वाली मिल्कीपुर विधानसभा में मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा में होना है।माना जा रहा है कि वोटों का ध्रुवीकरण कराने की कोशिश भाजपा और सपा करेगी,जिससे दलित और ब्राह्मण एक जुट होकर वोटिंग कर सकते हैं।उपचुनाव में कांग्रेस सपा के साथ ही रहेगी और बसपा उपचुनाव नहीं लड़ेगी।ऐसे में बसपा के दलित वोटर किस तरफ जाएंगे यह बड़ा सवाल है।भाजपा और सपा की नजर भी इस पर है।वैसे सपा को यहां भाजपा उम्मीदवार का इंतजार है।
अयोध्या में सपा के दो दिग्गज नेताओं के बीच बनी खाई पाटने की कवायद तेज हो गयी है। मिल्कीपुर उपचुनाव से पहले दोनों को फिर से एक मंच पर लाने के लिए जबरदस्त कसरत हो रही है।कल रविवार को सांसद अवधेश प्रसाद और पूर्व मंत्री आनंदसेन गुपचुप तरीके से एक होटल में मनमुटाव को दूर करने का प्रयास करते नजर आए।मिल्कीपुर की सियासत में गहरी पैठ बनाने वाले सेन परिवार पर उपचुनाव के लिहाज से डोरे डालने की सियासत सांसद अवधेश प्रसाद ने तेज कर दी है।