जिलाधिकारी की अध्यक्षता में व्यापार बन्धु की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई आयोजित
1 min readसुलतानपुर
जिलाधिकारी कृत्तिका ज्योत्स्ना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में व्यापार बन्धु की बैठक आयोजित की गयी। उक्त बैठक में व्यापारियों के लंबित ऋण से सम्बन्धित मुद्दे, दुकानों का बकाया किराया, अवैध पार्किंग, जर्जर दुकानों का पुर्नर्निमाण, उद्यम प्रोत्साहन हेतु सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के कार्य प्रणाली के सम्बन्ध में, निर्माणाधीन गोपालदास पुल से यातायात की समस्या, विद्युत विभाग द्वारा व्यापारियों से गलत मीटर रीडिंग व बिल के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गयी।
उक्त बैठक में व्यापारियों द्वारा सभा को अवगत कराया गया कि जो लोन के लिए पात्र हैं उनको ऋण नही दिया जा रहा है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदया द्वारा प्रबन्धक, अग्रणी बैंक को निर्देशित किया गया कि जिन व्यापारियों का सम्बन्धित बैंकों में ऋण के लिए आवेदन दिया जा रहा है, उन बैंक के शाखाओं के शाखा मैनेजर से सम्पर्क करते हुए आवेदन को निस्तारित कराने की प्रक्रिया पूर्ण करायें।
बैठक में जिला पंचायत द्वारा अवगत कराया गया है कि बिरसिंहपुर स्थित जिला पंचायत के दुकानों के बकाया किराया न देने की स्थिति में आर0सी0 की कार्यवाही की जा रही है। कुल आवंटियों की संख्या 21 हैं, जिनमें 17 आवंटियों के विरूद्ध आर0सी0 की कार्यवाही प्रक्रिया में है। नगर पालिका परिषद द्वारा अवैध पार्किंग संचालित किये जाने एवं शहर के विभिन्न जगहों पर लोडिंग अनलोडिंग के नाम पर वसूली को अवैध बताते हुए इसके समाप्ति की मांग रखी गयी थी। इस सम्बन्ध में व्यापारियों द्वारा बैठक को अवगत कराया गया कि शासनादेश में भी यह स्पष्ट लिखा गया है कि सड़क पर अथवा सड़क के किनारे किसी भी प्रकार की वसूली नही होगी। व्यापारियों का कहना है कि पार्किंग स्थल पर केवल बोर्ड लगा देने मात्र से ही औपचारिकताएं पूर्ण नही होती हैं। शासनादेश के अनुसार पार्किग स्थल पर मूलभूत सुविधाएं हों एवं जब पार्किंग स्थल पर वाहन जायें तभी वसूली हों, परन्तु पूरे शहर में घूम-घूमकर वसूली की रसीद काटी जा रही है, जो कि अवैध है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदया द्वारा अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका परिषद को अगली बैठक तक इस बिन्दु पर आख्या सहित उपस्थित होने के निर्देश दिये गये।
तत्पश्चात बैठक में व्यापारियों द्वारा गोपालदास पुल के बन्द हो जाने पर शहर में जाम व यातायात से होने वाली असुविधा के सम्बन्ध में यह मांग की गयी कि शहर में ई-रिक्शा अपने रूट पर ही चलें एवं चौक आदि क्षेत्रों में न घुसें। इस सम्बन्ध में अध्यक्ष महोदया द्वारा पुलिस उपाधीक्षक (प्रभारी यातायात) सुलतानपुर को अगली बैठक तक इस बिन्दु पर आख्या सहित उपस्थित होने के निर्देश दिये गये। तत्पश्चात बैठक में व्यापारियों द्वारा यह मांग की गयी कि विद्युत विभाग के कर्मचारी भवन के बाहर लगे मीटरों का भवनस्वामी की अनुपस्थिति में गलत रीडिंग नोट कर लेते हैं, जिससे बिजली का बिल अत्यधिक आता है। इस सम्बन्ध में उनके द्वारा निवेदन किया गया कि बिजली की रीडिंग नोट करते समय बिजली विभाग के कर्मचारी भवनस्वामी की उपस्थिति में ही रीडिंग नोट करें। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदया द्वारा विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि यथासम्भव बिजली की रीडिंग भवनस्वामी की उपस्थिति में ही नोट किया जाये एवं जिनकी बिजली बिल में रीडिंग गलत आई है उनकी रीडिंग सही करायें।